रायपुर। पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने आज दुष्कर्म के आरोपियों को शीघ्र आजीवन कारावास की सजा दिलाने पर उत्कृष्ट विवेचकों को सुपर इन्वेस्टिगेटर सम्मान से सम्मानित किया. इसके साथ ही बेहतर कार्य करने पर 51 पुलिसकर्मियों को इंद्रधनुष सम्मान प्रदान किया गया. अवस्थी ने कहा कि चुनौतियों का सामना डटकर करना चाहिए. घटना के बाद घटनास्थल पर तत्काल जाने से सफलता जल्द मिलती है. महिला विरुद्ध अपराध होने पर ज्यादा संवेदनशीलता के साथ जांच करनी होती है. जितनी जल्दी आरोपियों को सजा दिलाएंगे, जनता में पुलिस के प्रति उतना ही विश्वास बढ़ेगा. कार्यक्रम में आईजी दुर्ग विवेकानंद सिन्हा, आईजी रतन लाल डांगी, एसपी रायगढ़ संतोष सिंह, बेमेतरा एसपी दिव्यांग पटेल उपस्थित रहे.

यह था पूरा मामला

बेमेतरा में पिछले वर्ष 2 जून को नाबालिग को घर से अगवा कर अज्ञात आरोपियों ने दुष्कर्म किया था और फरार हो गए थे. प्रकरण में कोई भी प्रत्यक्षदर्शी ना होने की वजह से प्रकरण पूरी तरह ब्लाइंड था. इस केस में करीब 50 हजार मोबाईल नम्बरों को ट्रेस किया गया. बेमेतरा पुलिस ने जीपीएस डेटा एनालिसिस की मदद से मासूम पीड़िता के साथ दुष्कर्म के आरोपी ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया. पीड़िता ने आरोपी ट्रक चालक और ट्रक की पहचान की. आरोपी ट्रक चालक सूरज प्रजापति जो कि विधानसभा रोड सड्डू में रहता था और मूल रूप से जिला गढ़वा झारखंड का रहने वाला है. आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस के 40 लोगों की टीम दिन-रात लगी थी.

आरोपी का पता लगाने के लिए पुलिस ने नई तकनीक जीपीएस डेटा एनालिसेस का इस्तेमाल किया. इस तकनीक की मदद से पुलिस ने घटना की रात घटना स्थल से गुजरने वाले करीब 12 हजार ट्रकों का जीपीएस डेटा विषलेषण किया जो कि कवर्धा, बेमेतरा, सिमगा रूट में चलते हैं. डेटा विषलेषण में पुलिस ने पाया कि एक ट्रक जिसका नंबर सीजी 04-एमएल 8356 है, वह घटना स्थल के सामने घटना के समय करीब 10 मिनट के लिए रूकी और बेमेतरा से होते हुए सिमगा के मध्य काफी देर से रूकी रही. उक्त ट्रक को जबलपुर से वापस आने पर 20 जून को पकड़ा गया.

प्रकरण में कोई प्रत्यक्षदर्शी ना होने के कारण करीब 50 हजार मोबाईल नंबरों का विश्लेषण भी किया गया, लेकिन आरोपी द्वारा मोबाईल का उपयोग ना करने के कारण पतासाजी में दिक्कतें आ रही थी. जिसके बाद जीपीएस डेटा एनालिसिस तकनीक इस्तेमाल कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया. प्रकरण को सुलझाने में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की 40 लोगों की टीम बनाकर अलग से 5 टीम तैयार कर लगाई गई थी.

इन्हें मिला सुपर इन्वेस्टिगेटर सम्मान

उप पुलिस अधीक्षक राजीव शर्मा, निरीक्षक राजेश मिश्रा, उप निरीक्षक नीता राजपूत, उप निरीक्षक रंजीत प्रताप सिंह, सहायक उप निरीक्षक कंवल सिंह नेताम और प्रधान आरक्षक मोहित चेलक को सुपर इन्वेस्टिगेटर सम्मान दिया गया.

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रायगढ़ पुलिस तीसरी बार धन्द्रधनुष पुरस्कार से सम्मानित

पिछले एक वर्ष के अंतराल में रायगढ़ पुलिस को पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी के हाथों तीन बार इन्द्रधनुष पुरूस्कार से सम्मानित किया गया है. माह जुलाई 2020 को रायगढ़ ATM लूटकांड के आरोपियों को 10 घण्टे के अंदर लूट की रकम एवं असलहा सहित गिरफ्तार करने की सफलता पर इन्द्रधनुष पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. रायगढ़ एसपी संतोष सिंह के कुशल नेतृत्व में रायगढ़ पुलिस को लगातार गंभीर एवं संवेदनशीन मामलों के खुलासा करने में सफलता मिल रही है, जिले में बेहतर पुलिसिंग की जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आमजन द्वारा सराहना की जा रही है. सराहना एवं पुरस्कारों क्रम में डीजीपी महोदय अवस्थी द्वारा थाना धरमजयगढ़ (पुलिस चौकी रैरूमा) क्षेत्र में 12 वर्षीय बालक का फिरौती के लिये अपहरण के मामले में सफल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने और खरसिया थाना क्षेत्र में 06 वर्षीय बालक शिवांश की किडनैपिंग में महज 08 घंटे के भीतर बालक को दूसरे राज्य से सुरक्षित वापस लाने वाली टीम को आज पुलिस मुख्यालय में “धन्द्रधनुष पुरस्कार” से सम्मानित किया गया है.

इन्हें मिला सम्मान

पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी द्वारा दोनों किडनैपिंग मामले में त्वरित कार्यवाही के लिए इन्द्रधनुष पुरस्कार के लिये बिलासपुर रेंज, आई.जी. रतनलाल डांगी, रायगढ़ एसपी संतोष सिंह और दोनों किडनैपिंग में रेस्क्यू ऑपरेशन में संलग्न रहे एडिशनल एसपी रायगढ़ अभिषेक वर्मा, प्रशिक्षु आईपीएस पुष्कर शर्मा ,एसडीओपी खरसिया पीतांबर पटेल, एसडीओपी धरमजयगढ़ सुशील नायक,थाना प्रभारी खरसिया निरीक्षक एस.आर. साहू, थाना प्रभारी छाल निरीक्षक विवेक पाटले, चौकी प्रभारी रैरूमा उपनिरीक्षक जेम्स कुजूर, चौकी प्रभारी खरसिया उपनिरीक्षक नंद किशोर गौतम, साइबर सेल प्रभारी प्रधाल आरक्षक राजेश पटेल, प्रधान आरक्षक दुर्गेश सिंह सायबर सेल, प्रधान आरक्षक दादू सिंह सिदार थाना छाल, प्रधान आरक्षक सोमेश गोस्वामी, आरक्षक जॉन प्रकाश एक्का, डेहरू उरांव, बृजेश लकड़ा चौकी रैरूमा, आरक्षक विशोप सिंह, प्रदीप तिवारी, सोहन यादव, मुकेश यादव को इंद्रधनुष पुरस्कार दिया गया है. रेस्क्यू टीम का हिस्सा रहे कुछ अधिकारी, कर्मचारी कानून व्यवस्था ड्यूटी में व्यस्त रहने से पुलिस मुख्यालय, रायपुर नहीं पहुंच पाये जिन्हें, पुलिस अधीक्षक रायगढ़ द्वारा एसपी कार्यालय में पुरस्कार प्रदाय किया जाएगा.