सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी रायपुर के आमानाका स्थित सुयश नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज खुलते ही छात्रों को फीस की लंबी लिस्ट थमा दी है. जिसके विरोध में छात्र डीएमई कार्यालय पहुंच गए. इससे पहले मेडिकल कॉलेज ने हिम्मत दिखाकर ट्यूशन फीस निर्धारित किया था, लेकिन कॉलेज खुलते उस आदेश का निजी नर्सिंग कॉलेज संचालक दरकिनार कर दिया.
सुयश कॉलेज प्रबंधन ने कोरोना काल का हॉस्टल फीस, मेस फीस, वाहन फीस, लायब्रेरी फीस नर्सिंग के छात्रों पर लाद दिया है. इतना ही नहीं इस कॉलेज में फीस को लेकर जीतना बार्गेनिंग करता है, उससे उतना वसूला जा रहा है. एक कॉलेज, एक क्लास, फिर भी चेहरा देखकर फीस तय करने के विरोध को लेकर मामला मेडिकल संचालक कार्यालय तक पहुंच गया है.
न्याय की मांग लेकर पहुंचे सुयश नर्सिंग कॉलेज के छात्रों ने मेडिकल चिकित्सा शिक्षा का दरवाजा खटखटा है. छात्रों ने बताया कि पहले फस्ट ईयर से लेकर फोर्थ ईयर तक के लिए शासन ने 51 हजार रुपए फीस निर्धारित किया था. जिसके बाद कॉलेज ने नोटिफिकेशन जारी किया था कि 51 हजार फीस जमा करें. लेकिन अब कोरोना कॉल का हॉस्टल फीस, मेस फीस, वाहन फीस, लायब्रेरी फीस जोड़कर 1 लाख 18 हजार तक मांगा जा रहा है. कुछ विद्यार्थियों ने दबाव में आकर फीस जमा भी कर दिया है.
डीएमई डॉ. आर के सिंह ने कहा कि शिकायत मिली है. विभागीय आदेश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी. उसके पहले कॉलेज वाले से पूछा जाएगा कि आदेश जारी होने के बाद फीस क्यों निर्धारित किया गया है ?