CG News : सुशील सलाम, कांकेर. जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर अंतागढ़ विकासखंड के केसालपारा गांव के बच्चे हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल जाते हैं. गांव में केवल प्राथमिक स्कूल होने के कारण माध्यमिक शिक्षा के लिए उन्हें कानागांव आना पड़ता है. लेकिन इस रास्ते में एक नाला सबसे बड़ी बाधा बन चुका है.

लगभग 25 से 30 बच्चे प्रतिदिन इस नाले को पार कर कानागांव स्कूल जाते हैं. बारिश के मौसम में यह नाला और भी खतरनाक हो जाता है. नाले में तेज बहाव और गहराई बढ़ जाने के कारण बच्चों का स्कूल जाना असंभव हो जाता है. मजबूरन उन्हें कई दिनों तक पढ़ाई से वंचित रहना पड़ता है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि सालों से इस नाले पर पुल निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है. स्कूली बच्चों के परिजन दिनभर चिंता में रहते हैं कि उनका बच्चा सुरक्षित लौटेगा या नहीं.

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बच्चों को करनी पड़ती है परेशानी

गांव वालों के अनुसार, कई बार बच्चे नाले में गिर जाते हैं, बैग पानी में बह जाता है और उन्हें भीगे कपड़ों में ही स्कूल में पूरा दिन बिताना पड़ता है. यह ना सिर्फ शारीरिक कष्ट है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और पढ़ाई दोनों पर बुरा असर डाल रहा है.

अधिकारियों की अनदेखी, जनप्रतिनिधियों के वादे अधूरे

जिला पंचायत सदस्य गुप्तेश उसेंडी ने बताया कि उन्होंने इस विषय को कई बार सामान्य सभा की बैठकों में उठाया है. अधिकारियों को लिखित शिकायत भी दी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. क्षेत्रीय विधायक विक्रम उसेंडी ने पुल निर्माण का वादा जरूर किया है, लेकिन यह वादा कब पूरा होगा, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है.

स्थानीय निवासियों की मांग

गांव वालों की एक ही मांग है कि जल्द से जल्द इस नाले पर एक पक्का पुल बनाया जाए ताकि उनके बच्चों की शिक्षा सुरक्षित हो सके और वे बिना किसी खतरे के स्कूल जा सकें.

क्या बोले जिले के कलेक्टर ?

कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि बारिश के कारण आवागमन में हो रही परेशानी को देखते हुए शासन और जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. जिले में लगभग 60 ब्रिज की जरूरत चिन्हित की गई थी, जिनमें से 40 ब्रिज के लिए 150 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके हैं या प्रक्रिया में हैं. बचें 20 ब्रिज, जिनमें यह स्थान भी शामिल है, आगामी 6 महीनों में स्वीकृत किए जाएंगे. कुछ अंदरूनी क्षेत्र में स्कूलों की भी स्थिति को लेकर अवगत कराया गया है.

उन्होंने कहा कि स्कूलों की मरम्मत को लेकर भी फंड प्राप्त हुआ है, ताकि किसी भी स्कूल में खराब स्थिति न रहे. प्रशासन ने फिर से अपील की है कि लोग उफनती नदियों को पार न करें और पूरी सतर्कता के साथ सुरक्षा नियमों का पालन करें.