बिलासपुर. बिलासपुर स्थित छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (सिम्स) मेडिकल कॉलेज में रैगिंग किए जाने की शिकायत फर्जी पाई गई है। मामले की जांच के लिए गठित एंटी रैगिंग कमेटी को पूछताछ में कुछ हासिल नहीं हुआ.

गौरतलब है कि सिम्स मेडिकल कॉलेज प्रशासन को पिछले दिनों ई-मेल के जरिए मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत प्रथम वर्ष के छात्रों की रैगिंग सीनियर छात्रों द्वारा किए जाने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद एंटी-रैगिंग कमेटी ने अपनी जांच शुरू की थी. जांच कमेटी की रिपोर्ट के बारे में सिम्स के एमएस डॉक्टर बीपी सिंह ने बताया कि कमेटी के अलावा डीन ने भी छात्रों से पूछताछ की, लेकिन छात्रो ने रैगिंग से इंकार कर दिया. एमएस डॉक्टर ने जूनियर छात्रों के छोटे बाल रखने और लाइन से आने-जाने को अनुशासन बताते हुए इसे रैगिंग मानने से इंकार किया. वहीं इस पूरे प्रकरण में सिम्स मेडिकल कॉलेज के डीन बीके पात्र ने बात करने से इंकार कर दिया.