रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, दुर्ग में मोबाइल बैंकिंग सुविधा और दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड के गांव ग्राम-झीट में सहकारी बैंक दुर्ग की 62वीं नवीन शाखा का वर्चुअल शुभारंभ किया.

सहकारी बैंक की नवीन शाखा से मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ज्यादा मजबूत और गतिशील बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग छत्तीसगढ़ का पहला सहकारी बैंक बन गया है, जिसने अपने ग्राहकों के लिए मोबाइल एप से बैंकिंग की सुविधा प्रारंभ की है.

एप से इस बैंक के 6 लाख 10 हजार ग्राहकों के लिए जहां बैंकिंग आसान बनेगी वहीं बैंक की कार्य क्षमता और कार्य कुशलता बढ़ेगी. बैंक के काम-काज में और अधिक पारदर्शिता आएगी. मुख्यमंत्री ने झीट में सहकारी बैंक की नवीन शाखा के प्रारंभ होने पर क्षेत्र के किसानों को बधाई और शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसानों को शासन की योजनाओं का लाभ आसानी से मिलेगा.

इस अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू मुख्यमंत्री निवास में उपस्थित थे. कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष अरुण वोरा वर्चुअल रूप से कार्यक्रम से जुड़े. जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग के प्राधिकृत अधिकारी और कलेक्टर दुर्ग डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने कार्यक्रम का संचालन किया.

मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि ग्राम झीट में दुर्ग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की नयी शाखा का सीधा लाभ आस-पास के 19 गांवों के किसानों को मिलेगा. बैंक की इस नयी-शाखा से झीट, सावनी, सांकरा, जमराव और घुघवा की समितियां संलग्न रहेंगी. इन समितियों से जुड़े 04 हजार 638 किसानों को नयी-शाखा से फायदा होगा. धान-खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण सहित छत्तीसगढ़ शासन की बहुत-सी योजनाओं का संचालन सहकारी बैंकों के माध्यम से होता है.

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि दुर्ग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने मोबाइल एप के माध्यम से अपने ग्राहकों को सरल-से-सरल तरीके से बैंकिंग की सुविधाएं देने की सराहनीय पहल की है. दुर्ग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक का कार्यक्षेत्र तीन जिलों दुर्ग, बालोद और बेमेतरा जिले में विस्तारित है. इन जिलों में किसानों को घर बैठे बैंकिंग सुविधा देने के लिए बैंक आज मोबाइल एप की सुविधा शुरु की गई है.

इस एप का इस्तेमाल करके किसान भाई जब चाहें- जहां चाहें अपने खाते के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. अवकाश के दिनों में भी इस एप की सहायता से वे आसानी से लेन-देन कर सकेंगे. लोगों को छोटे-छोटे कामों के लिए बैंक-शाखाओं का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. उनका समय और पैसा बचेगा। खाद-बीज की व्यवस्था से लेकर ट्रेक्टर और हार्वेस्टर खरीदने तक के लिए किसानों को इस बैंक से मदद मिल रही है.

खेती को संवारने के साथ-साथ इस बैंक ने किसानों के जीवन-स्तर को ऊंचा उठाने में भी मदद की है. घर बनाने और बच्चों को पढ़ाने-लिखाने के लिए भी किसान भाइयों को ऋण सुविधा मिल रही है. दुर्ग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के मजबूत होने का अर्थ है, दुर्ग, बालोद और बेमेतरा जिले के किसानों का और मजबूत होना.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गढ़बो-नवा-छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ काम कर रही है. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ज्यादा से ज्यादा मजबूत और गतिशील बनाने के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएं जितनी तेजी से बढ़ेंगी, विकास की गति भी उतनी ही तेज होगी. बैंकिंग सुविधाओं के विस्तार से गांवों में कृषि-क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी उद्यम और रोजगार के नये रास्ते खुलेंगे. बघेल ने झीट और उसके आसपास गांवों के किसानों को नयी शाखा के प्रारंभ होने पर बधाई और शुभकामनाएं दी.

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सहकारिता ग्रामीण जन-जीवन का महत्वपूर्ण अंग है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसान और खेती-किसानी को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई जा रही हैं. किसानों को अधिक से अधिक सुविधाएं देने की लगातार कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि गांवों में बनाए गए गौठान आने वाले समय में सहकारी बैंकों के लिए वरदान साबित होंगे. गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन के साथ-साथ, बकरीपालन, मुर्गीपालन, डेयरी जैसी अनेक आर्थिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं. इन गतिविधियों का फायदा बैंकों को भी मिलेगा.

सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने ग्रामीणों के आग्रह पर कार्यक्रम में ग्राम झीट में सहकारी बैंक का एटीएम प्रारंभ करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि दुर्ग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक 19 अक्टूबर 1911 को प्रारंभ हुआ है, यह बैंक 110 वर्षों से किसानों की सेवा कर रहा है. उन्होंने कहा कि ग्राम झीट में आज से प्रारंभ हुई बैंक की 62वीं शाखा पूरी तरह कम्प्यूटरिकृत और कोर बैंकिंग की सुविधा से लेस है. आज शुरु हुए जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग के मोबाइल एप से बैंक के ग्राहक किसी भी बैंक के खाते में राशि का हस्तांतरण कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि इस बैंक के 6 लाख 10 हजार ग्राहकों के लिए मोबाइल एप से बैंकिंग आसान हो जाएगी.

कलेक्टर दुर्ग डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग के मोबाइल एप में राष्ट्रीयकृत बैंकों तथा निजी बैंकों के मोबाइल एप जैसी बैंकिंग सुविधाएं ग्राहकों को मिलेगी. जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग छत्तीसगढ़ का पहला सहकारी बैंक है जो अपने ग्राहकों को यह सुविधा उपलब्ध करा रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इस एप को स्वीकृति दी गई है. ग्राहकों के लिए इस एप से एकाउंट इंक्वायरी, बैंक स्टेटमेंट, फंड ट्रांसफर सहित विभिन्न बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध होंगी. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनपद पंचायत पाटन की अध्यक्ष रामबाई सिन्हा और जनपद सदस्य तुलसीराम रजक से बातचीत की. उन्होंने झीट में सहकारी बैंक की शाखा प्रारंभ होने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया.

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