प्रतीक चौहान/सत्यपाल सिंह राजपूत. रायपुर. शिक्षा विभाग को तमाचा मारने वाला बधाई पत्र, एक गरीब बेटी के पिता ने शिक्षा विभाग को लिखा है. ये पत्र सिस्टम को तमाचा मारने के साथ-साथ प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की पोल भी खोल रहा है.
राजनांदगांव के एक बेटी के पिता संजू साहू ने आरटीई के तहत अपनी बेटी का एडमिशन 2020 में लायंस पब्लिक स्कूल में करवाया. ये एडमिशन ऑन लाइन लॉटरी के माध्यम से हुई, लेकिन स्कूल अगले सत्र में बंद हो गई. इसके बाद पिता शिक्षा विभाग के छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों के चक्कर लगाता रहा.
उन्होंने अधिकारियों के हाथ-पैर जोड़े और सरकारी स्कूल तक में एडमिशन कराने का निवेदन किया, लेकिन कहीं उसकी सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद अब पिता ने एक प्राईवेट स्कूल में अपनी बेटी के अच्छे भविष्य के लिए एडमिशन करवाया है.
बच्ची के पिता ने बताया कि अब प्राइवेट स्कूल में बेटी का एडमिशन क्लास 1 में कराया गया है, लेकिन इसके लिए उन्होंने घर के गहनों को करीब 25 हजार रुपए में बेच दिया. इतना ही नहीं गहने को गिरवी भी रखा है. स्कूल की फीस 22 हजार रुपए प्रति वर्ष बताई जा रही है.
यही कारण है कि प्रशासन के किसी भी प्रकार की मदद न करने, नियम कानून, आदेश सब धरे रह गए, जिसके कारण उनकी बेटी स्कूल न जा सकी. इसके लिए उन्होंने ये बधाई पत्र लिखा है, कि अब वे अपना सोना गिरवी रखकर अपनी बेटी का एडमिशन करा चुके हैं. इसके लिए शिक्षा विभाग को बधाई.
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