रायपुर– कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आरपी सिंह ने आज बयान जारी करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी में पहले अध्यक्ष और फिर नेता प्रतिपक्ष बनने का दिवास्वप्न पाले हुए अजय चंद्राकर अपनी ही पार्टी द्वारा उपेक्षित किए जाने के बाद अलग-थलग पड़े हुए हताशा और निराशा में राजनीतिक जीवन जीने के लिए बाध्य हैं। राजनीतिक रूप से अपनी सक्रियता दिखाने के लिए और चर्चा मात्र में बने रहने के लिए वे राज्य की भूपेश बघेल सरकार पर मनगढ़ंत झूठे और मिथ्या आरोप लगाते हैं, जिससे आम जनता में उनकी खुद की छवि के साथ साथ भाजपा की छवि भी धूमिल हो रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने अजय चंद्राकर को सलाह दी है कि वे झूठ और भ्रम का वातावरण ना बनाएं इससे आम जनता में भय और अविश्वास पनपता है। सबसे पहले अजय चंद्राकर को राज्य की भूपेश बघेल सरकार और प्रदेश की जनता से गलत बयानी के लिए माफी माँगनी चाहिए। कल जारी एक वीडियो में उन्होंने दावा किया था कि अभी तक भूपेश बघेल सरकार ने एक भी वैक्सीन का आर्डर नहीं दिया है और ना ही किसी कंपनी को कोई भुगतान किया है। यह सरासर झूठा आरोप है कांग्रेस पार्टी इस बयान का खंडन करती है।
आरपी सिंह ने कहा है कि मैं आज वह तमाम दस्तावेज सार्वजनिक कर रहा हूं जिससे प्रदेश की जनता को यह पता चल सके कि राज्य की भूपेश बघेल सरकार ने 18 से 44 युवा वर्ग के लिए ना सिर्फ 75 लाख वैक्सीन का आर्डर केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त दो कंपनियों  सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को दिया है, बल्कि अग्रिम भुगतान के रूप में 15 करोड रुपए से अधिक की राशि भी दी जमा कर दी है। युवा वर्ग के लिए पूर्व में प्राप्त वैक्सीन में से कल दिनांक 5 मई तक लगभग 45 हज़ार युवाओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने एक दिन में 3 लाख 26 हज़ार लोगों को वैक्सीन लगाकर यह साबित भी कर दिया है कि अगर हमें पर्याप्त मात्रा में केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध कराती है तो हम लगभग 4 लाख लोगों को प्रतिदिन वैक्सीन लगाने की क्षमता रखते हैं, लेकिन केंद्र सरकार राज्य की जनता के हितों पर कुठाराघात करते हुए वैक्सीन उपलब्ध कराने में नाकाम रही है। केंद्र की मोदी सरकार पूरी दुनिया में अपनी झूठी वाहवाही के लिए जब 6 करोड़ वैक्सीन निर्यात कर रही थी तब अजय चंद्राकर का यह दिव्य ज्ञान किस कोने में छुपा हुआ था? आज अगर केंद्र सरकार अपने ही नागरिकों को वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवा पा रही है तो अजय चंद्राकर रमन सिंह और धरमलाल कौशिक समेत तमाम भाजपा के नेताओं को छत्तीसगढ़ की जनता को यह बताना चाहिए कि उन्होंने वैक्सीन के लिए क्या प्रयास किए हैं? आजादी के बाद 70 सालों में देश में अलग-अलग पार्टियों की सरकारें रही हैं लेकिन कभी भी किसी केंद्र सरकार ने वैक्सीन के लिए आम जनता और राज्य की सरकारों से पैसे नहीं लिए तो फिर भला मोदी सरकार क्यों ले रही है? चंद्राकर जी कोई जवाब देना चाहेंगे आप?
जहां तक उत्तर प्रदेश सरकार के ग्लोबल टेंडर की बात है तो इस देश में किस वैक्सीन का इस्तेमाल होगा और किस वैक्सीन का नहीं होगा यह अनुमति केंद्र सरकार ही देती है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जी के प्रयासों के बाद अभी तक रूस की बनी वैक्सीन स्पुतनिक के सिवा किसी भी विदेशी कंपनी को भारत सरकार ने अनुमति प्रदान नहीं की है। ऐसी स्थिति में ग्लोबल टेंडर निकालना क्या जनता की आंख में धूल झोंकने का बराबर नहीं है। बेहतर होगा चंद्राकर जी झूठा दुष्प्रचार ना करें एवं अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें। यदि आवश्यकता हो तो प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी से चिकित्सकीय मदद हासिल करें। ईश्वर उन्हें जल्द स्वस्थ करें।