प्रदीप गुप्ता/ राजकुमार दुबे, कांकेर/ कवर्धा। बस्तर के नक्सल इलाकों में जवान तैनात हैं. ऐसे में पिछले 17 दिनों में 2 जवान लापता हो गए हैं, लेकिन पुलिस को अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. जबकि इस मामले में प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी संज्ञान ले चुके हैं. उन्होंने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल पतासाजी करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं. परिजनों का हाल बेहाल है.

आखिर कहां लापता हो गए 2 जवान

दरअसल, पिछली 28 अप्रैल को थाने से घर जाने की बात कहकर आरक्षक मनोज नेताम निकला था, लेकिन आज 10 वां दिन है. न तो अपने घर पहुंचा और न ही उसका कोई सुराग कांकेर जिले की पुलिस को मिला है. कांकेर जिला पुलिस आज तक अपने सिपाही की तलाश में हाथ पैर मार रही है, लेकिन एक सुराग तक नहीं मिल रहा है. लापता आरक्षक को नक्सलियों ने अगवा किया या कोई अन्य मामला है, इस बात की तह तक कांकेर जिले की पुलिस अब तक नहीं पहुंच सकी है.

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आज भी पुलिस के हाथ खाली

हालांकि अनुविभागीय अधिकारी पुलिस भानुप्रतापपुर अमोलक सिंह ढिल्लों का कहना है कि इस पूरी घटना में नक्सली संलिप्तता नहीं दिखाई दे रही है, इसलिए पुलिस भी यह मानकर चल रही है कि आपसी रंजिश का मामला हो सकता है. हालांकि घटनास्थल जहां से पुलिस को लापता आरक्षक की मोटरसाइकिल मिली थी, उसके आसपास का पूरा क्षेत्र पुलिस ने तलाशी की है, संभावित गांव की तलाशी ली जा चुकी है. कांकेर जिले की पुलिस के साथ सीमावर्ती राजनांदगांव जिले के मानपुर थाना की पुलिस भी आरक्षक की खोज में लगी है.

आरक्षक की पत्नी ने की हाथ जोड़कर अपील

आरक्षक की पत्नी ने कहा है कि अगर किसी ने मेरे पति को अगवा कर लिया है, तो वे उसे छोड़ दें. मेरे छोटे बच्चे हैं, मेरे ससुर देख नहीं सकते. पूरे घर की जिम्मेदारी मेरे पति पर है. किसी भी हाल में मेरे पति को छोड़ दें, उन्होंने एक मार्मिक अपील की है. 10 दिनों तक पुलिस के हाथ खाली रहना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, सबसे बड़ा सवाल तो पुलिस की इंटेलीजेंस पर हैं जो इस बार पूरी तरह फेल दिखाई दे रही है.

CAF कैंप का ASI लापता 21 दिन से लापता

वहीं कवर्धा के घोर नक्सल प्रभावित इलाका पंडरीपानी से CAF कैंप का ASI लापता हो गया है. जवान 21 अप्रैल को लापता हुआ है. आज 17 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस गुमशुदा जवान का कोई सुराग नहीं लगा पाई है.

एसपी शलभ सिन्हा के मुताबिक कृषटोफर लकड़ा लापता 21 की शाम पंडरीपानी कैंप से गायब हुआ है. पंडरीपानी जंगल घोर नक्सली सवेदनशील इलाका है. पंडरीपानी प्रभारी ने रेंगाखार थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. SP शलभ सिन्हा ने बताया कि कई दिन से मानसिक स्थिति उनकी ठीक नहीं थी. उनको भूत दिख रहे थे, इसी को लेकर वह कैंप से भाग गए हैं.

जवान की लगातार तलाश जारी

एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि आसपास के गांव से जानकारी मिली है कि जंगल की ओर अकेले गए हैं. रेंगाखार पुलिस और सीएएफ की टीम लगातार तलाश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. रेंगाखर थाना क्षेत्र के पंडरीपानी जंगल की घटना है. घोर नक्सल क्षेत्र होने के कारण कई तरह कि अटकलें लगाई जा रही है. फिलहाल मामले में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. जवान की लगातार तलाश कर रहे हैं.

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