इंदौर। ज्यादा मुनाफा का लालच देकर धोखाधड़ी करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. धोखाधड़ी के गिरफ्तार आरोपी देशभर में फोन से लोगों को राशि दोगुना करने के नाम पर निवेश करवाते थे. इसके बाद खाताधारकों की जानकारी के बिना लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन कर लेते थे.

मामले में विजय नगर टीआई ने महाराष्ट्र, सोलापुर के आनंद बी मोहोलकर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की थी. प्रार्थी ने टीआई तहजीब काजी को ई-मेल के जरिए शिकायत भेजी थी. शिकायत में बताया था कि उनके साथ द यूनिक ट्रेडर्स एडवाइजरी कंपनी ने 3 लाख 87,500 रुपए की धोखाधड़ी की है.

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फरियादी आनंद मोहोलकर कोरोना संक्रमित होने के कारण अस्पताल में भर्ती हैं. वीडियो कॉल के जरिए उन्होंने पुलिस से बात की और धोखाधड़ी करने वाली कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करवाया था.

रुपए दूसरे के खातों में ट्रांसफर कर दिया

पीड़ित आनंद के मुताबिक, आरोपी युवतियों ने बताया था कि कंपनी के माध्यम से निवेश करने पर दोगुना मुनाफा दिलवा सकते हैं. आरोपियों ने अलग-अलग किस्तों में लाखों रुपए जमा करवा लिए और डीमैट अकाउंट का एक्सेस भी ले लिया. उनकी बगैर अनुमति के 1 लाख 60 हजार रुपए दूसरों के खातों में ट्रांसफर कर लिए.

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मुख्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर

रुपए वापस मांगने पर आरोपियों ने कहा कंपनी उसकी मर्जी से काम नहीं करती. कंपनी नुकसान बताकर हाथ कभी हाथ खींच सकती हैं. वर्तमान में कंपनी भंवरकुआं थाना क्षेत्र के आईटी पार्क से संचालित की जा रही है. फिलहाल मुख्य आरोपी संजय पुलिस गिरफ्त से बाहर है. आरोपी की तलाश में पुलिस भोपाल भेजी गई थी. वह वहां से भी फरार हो गया था. पुलिस एडवाइजरी कंपनी के संचालकों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दे रही है.

6 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन

पुलिस जांच में कंपनी को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. एडवाइजरी कंपनी के 5 बैंक खातों में 6 करोड़ रुपए से ऊपर का लेनदेन सामने आया है. शातिर बदमाशों ने आधार कार्ड और पैन कार्ड के जरिए कई फर्जी बैंक खाते खोल रखे थे. इन खातों में देश के अलग-अलग हिस्सों में फोन लगाकर लोगों से निवेश के नाम पर रुपए डलवाते थे. खाताधारकों को उनके खातों में हो रहे लाखों रुपए के ट्रांजेक्शन की जानकारी नहीं थी. इसमें कोई खाताधारक ऑटो चलाता है तो कोई चाय की दुकान में काम करता है.