प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। जल संसाधन विभाग में 88 लाख रुपए के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. बोड़ला जनपद के ग्राम पंचायत तारो में 1.8 किमी के बदले मात्र 48 मीटर नहर बना कर पूरे पैसे को एसडीओ ने डकार दिया. सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगने पर पूरे मामले का खुलासा हुआ. इस खुलासे के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है. जिले के बड़े अधिकारी ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

दरअसल, आरटीआई कार्यकर्ता आशीष अग्रवाल ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी. इसमें जो दस्तावेज मिले वो चौंकाने वाले थे. आशीष के मुताबिक, ग्राम पंचायत तारो में जल संसाधन विभाग के एसडीओ ने कागजों पर ही 1.8 किलोमीटर लंबी नहर बना दी. मौके पर 3 प्रतिशत ही भी काम नहीं हुआ है. भ्रष्टाचार भी ऐसी की मस्टररोल में अधिकांश मजदूरों के नाम पर फर्जी हाजिरी भरी गई है.

बोड़ला जनपद के ग्राम पंचायत तारो में जलाशय है, जो सिंह बांध के नाम से जाने जाते हैं. जलाशय में 1.80 किलोमीटर यानी 18 सौ मीटर लंबी नहर लाइनिंग बनाने के लिए वर्ष 2015-16 में 88 लाख रुपए की स्वीकृति की गई थी. महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार मनरेगा योजना के तहत यह कार्य करना था, लेकिन महज 3 फीसदी नहर लाइन बनाकर लाखों रुपए अधिकारियों ने डकार दिए.

वहीं तत्कालीन एसडीओ आर आर नेताम पर पूरा आरोप लग रहा है, हालांकि इस मामले में आर आर नेता कुछ भी बोलने से बच रहे है.

मामले का खुलासा होने के बाद कलेक्टर ने नाराजगी जताई है. उन्होंने जांच के लिए टीम भी गठित कर दी है. जांच में आरोप सही पाए जाने पर कार्रवाई करने का भरोसा भी दिया है.

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