यशवंत साहू, दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह को संचालित करने वाली महिलाएं बच्चों को ट्रेनिंग देकर चोरी की वारदात को अंजाम देती थीं. पुलिस ने मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
मुख्य आरोपी एन एमिला और ए मीना संगठित रूप से अपचारी बच्चों को प्रशिक्षण देकर बच्चों द्वारा छावनी इलाक़े के सूने घरों की रैकी कर चोरी को अंजाम देती थीं. चोरी करते समय सभी फ़िल्मी स्टाइल में अलग-अलग रोल अदा करते थे. कोई सदस्य सामान बेचने का, कोई घूमने का बहाना बना कर आसपास आने-जाने वालों पर नज़र रखते थे. अपचारी बच्चे छोटी से छोटी जगह से घर में प्रवेश कर क़ीमती सामानों पर हाथ साफ़ करते थे, जिसे वे तत्काल महिलाओं को सौंप दिया करते थे. जब सबकुछ सही लगता तब इलाक़ा छोड़ देते थे.
चोरी किए गए सामान को छिपाकर रखते थे, वहीं नगद से अपने शौक़ पूरा किया करते थे. वारदात के तरीका ऐसा था कि पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल रहा था. लगातार घट रही चोरी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में संदिग्ध रूप से घूमने वालों पर नजर रखने एवं कार्रवाई करने पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्री नारायण मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव तथा कौशलेंद्र देव पटेल नगर पुलिस अधीक्षक छावनी ने थाना छावनी टीम को विशेस टिप्स दिए.
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कड़ी चौकसी के बाद चोरी के तमाम आरोपी पुलिस की गिरफ़्त में आ गए. महिला सरगनाओं ने चोरी के सामान को विशाखापट्टनम ले जाकर बेचने का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हो पाईं. ऐसे में छिपाकर रखे गए सामान को ज़ब्त किया गया है. घटना में शामिल सरगना एन एमिला, कमल कुमार, उदय किरण, कुलदीप सिंह एवं तीन अपचारी बालकों से माल ज़ब्त कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.
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