शशिकांत डिक्सेना, कोरबा। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता छिनने के बाद नगरीय निकायों में सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. फिलहाल कोरबा जिले में नगर निगम और दीपका नगर पालिका परिषद, कटघोरा नगर पालिका परिषद, पाली नगर पंचायत और छुरी नगर पंचायत में कांग्रेस की सत्ता है. लेकिन प्रदेश में भाजपा की सत्ता होने के कारण बीजेपी पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में हैं. उनको उम्मीद है निर्दलीय पार्षद के साथ सत्ता में रहना चाहेंगे. इसलिए उनको साधना कठिन नहीं है. इसके साथ ही असंतुष्ट कांग्रेस पार्षदों को भी पाले में लाया जा सकता है.
बता दें कि कुछ महीने पहले कटघोरा नगर पालिका में कांग्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने मोर्चा खोला था. लेकिन मामला शांत हो गया था. यहां 15 पार्षद हैं. जिसमें कांग्रेस के 7 और बीजेपी के 7 पार्षद हैं. वहीं एक निर्दलीय पार्षद है.
अब फिर से कटघोरा नगर पालिका में अध्यक्ष रतन मित्तल के खिलाफ बीजेपी पार्षदों का दल 22 दिसम्बर को अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है. लेकिन अविश्वास प्रस्ताव की सुगबुगाहट से सत्ताधारी कांग्रेस सतर्क है. भाजपा यहां अविश्वास प्रस्ताव लाए, इसके पहले ही कांग्रेस अपने पार्षदों को जोड़कर रखने में जुट गई है. दूसरी ओर भाजपा के पार्षद सरकार गठन होने का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद वे शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कह रहे हैं.
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