हेमंत शर्मा, रायपुर। नगर पालिका निगम रायपुर में गरीबों के लिए बनाये गए आवास का फर्जी तरीके से आबंटन करने का मामला सामने आया है. चार शातिरों ने फर्जी आबंटन कर करोड़ों की ठगी कर दी गई. फर्जी सील, साइन के जरिये मकान का आबंटन कर दिया गया. इसका खुलासा होने के बाद कोतवाली थाने में निगम के सहायक अभियंता ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है. कोतवाली पुलिस ने आरोपी सुनील नायक, प्रीति नायक, अजय कुमार और ए रवि राव के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने रवि राव को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी तीन आरोपी फरार है.

कोतवाली थाना प्रभारी मोहसिन खान ने बताया कि सभी आरोपी पीड़ित लोगों के परिचित के ही है. आरोपियों में सुनील नायक और प्रीति नायक पति पत्नी है. इसके अलावा अजय कुमार और रवि राव आरोपी है. इनका कुछ विशेष काम धाम नहीं है. आरोपियों ने झांसा देकर पहले 25 हजार की निगम की फर्जी रसीद दिया और उसके बाद फर्जी आबंटन पत्र भी दे दिया. किसी से 25, 40 और 80 हजार रुपए इनके द्वारा लिए गए. जब लोग वहां मकान लेने पहुंचे तो वहां बताया गया कि आबंटन पत्र रसीद फर्जी है. इसके बाद आरोपी फिर लोगों को पैसा जमा करने का नोटिस दिए कि तुम लोगों का गलत हुआ है एक लाख रुपए जमा करो तब होगा.

6 महीने पहले इन लोगों ने आवेदन दिया था, जिस पर नगर निगम वाले जांच कर रहे थे. उस समय पीड़ितों के द्वारा अज्ञात आरोपी ही बताया जाता था. किसने पैसा लिया है उनका नाम नहीं बताते थे. अब जब नाम सामने आया तो 14 लोगों ने जाकर शिविर में आवेदन दिया. मामले में एक आरोपी रवि राव की गिरफ्तारी कर ली गई है, बाकी तीन आरोपी फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है.

नगर निगम मुख्यालय में प्रधानमंत्री आवास योजना शाखा में सहायक अभियंता के पद पर पदस्थ राजेश राठौर की शिकायत पर एफआईआर हुई है. आरोपियों ने आवास के नाम पर 12 लोगों से 25-25 हजार और कई अन्य व्यक्तियों से 3 लाख रुपये से अधिक की राशि वसूली है.