रायपुर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स का चुनाव परिणाम सोमवार को जारी कर दिया गया. चेंबर चुनाव में जय व्यापार पैनल ने भारी मतों से जीत दर्ज की. इस तरह व्यापारी एकता पैनल का पूरी तरह से सूपड़ा साफ हो गया. एकता पैनल के प्रत्याशी मुंगेरीलाल के हसीन सपने ही देखते रह गए. न तो धनबल और न ही बाहुबल काम आया. जबकि चुनाव सांसद और विधायक के तर्ज पर लड़ा गया था. व्यापारी एकता पैनल ने पानी की तरह पैसा बहाया, बावजूद इसके करारी हार मिली.
जबकि बीजेपी के कई बैठे नेता व्यापारी एकता पैनल के समर्थन में थे. जिनमें से एक नाम श्रीचंद सुंदरानी का है. जो दिन-रात अपने पैनल के प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार-प्रसार करते दिखे थे. योगेश अग्रवाल भी जिताने के दावे के साथ काफी मेहनत भी कर रहे थे. लेकिन परिणाण शून्य रहा. इस तरह पुराने इतिहास को पलट दिया गया.
यही वजह है कि व्यापारियों ने व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी योगेश अग्रवाल के बजाए जय व्यापार पैनल के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अमर पारवानी पर भरोसा जताया. इसके जो चुनाव परिणाम सामने आए, उसने सभी को चौंका कर रख दिया. व्यापारी एकता पैनल रायपुर चेंबर के 19 पदों में से एक भी प्रत्याशी नहीं जीत सके.
इस बार के चेंबर चुनाव का सीधा मुकाबला सिंधी और अग्रवाल के बीच था. सिंधी व्यापारियों और जैन समाज के व्यापारियों ने एकतरफा अमर पारवानी के पक्ष में मतदान किया. जबकि अग्रवाल बेल्ट माने जाने वाले सरगुजा, रायगढ़, कोरिया, कोरबा में योगेश को बढ़त तो मिली, लेकिन यहां वोटर इतने कम हैं कि वे अपनी बढ़त को ज्यादा समय तक बरकरार नहीं रख पाए.
व्यापारी एकता पैनल के प्रदेश अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी का कहना है कि निश्चित रूप से चूक तो हुई है और इसकी समीक्षा करेंगे. अभी तक तो चुनाव प्रचार में ही लगे हुए थे, लेकिन अब चूक कहा हुई इसकी समीक्षा की जाएगी. हमने हार की जिम्मेदारी ली है, क्योंकि व्यापारी एकता अध्यक्ष है.
उन्होंने कहा कि हार की कोई न कोई वजह तो होगी ही. चुनावी मैदान में हार जीत लगी रहती है. जरूरी नहीं हम हर बार जीते ही. कई बार हार भी जरूरी होती है. जिसके चलते बदलाव भी आते है. फिर अगली बार जीत की तैयारी से आगे आएंगे.
बीजेपी के पूर्व कद्दावर मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल के भाई योगेश अग्रवाल हैं, जो कि व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी थे. योगेश अग्रवाल ने कहा कि चुनाव के परिणाम आ गए है, व्यापारी एकता पैनल हार गया है. हम जय व्यापार पैनल के प्रत्याशियों को बहुत-बहुत बधाई देते है. जय व्यापार पैनल बहुत अच्छा काम करें.
उन्होंने कहा कि चुनाव तो आते जाते रहते है. लेकिन हम सब व्यापारी है और व्यापारियों के लिए हमेशा मिल जुलकर काम करेंगे. व्यापारियों की रक्षा करेंगे और उनका सम्मान बढ़ाएंगे. हम सब मिल जुलकर छत्तीसगढ़ के व्यापार को आगे बढ़ाएंगे. अमर पारवानी मेरे भाई है, वो मुझसे जो सहयोग मांगेंगे, हम व्यापारियों के हित में उनके साथ काम करेंगे.
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जय व्यापार पैनल के राजेंद्र जग्गी की माने तो छत्तीसगढ़ के व्यापारी पुराने पैनल से त्रस्त हो चुके थे. व्यापारी एकता पैनल जातिवाद और वंशवाद से आगे निकलना ही नहीं चाहता था. व्यापारी एकता पैनल सत्ता में रहना चाहता था, सत्ता भुक्तभोगी हो चुका था. लेकिन हमारी लड़ाई किसी सत्ता से नहीं थी. हमने कोई चुनाव लड़ने की योजना नहीं बनाई थी. कोरोना संक्रमण काल में जय व्यापार पैनल के साथियों ने एकजुटता के साथ काम किया था.