CG News: प्रतीक चौहान. रायपुर. छत्तीसगढ़ में Dial 112 की सर्विसेस के लिए करीब 450 करोड़ रूपए का टेंडर हुआ है. इसका एल-1 M/s Ziqita Healthcare Limited को मिला है. उक्त कंपनी ने छत्तीसगढ़ में डायल 112 के इस टेंडर के लिए कई राज्यों में काम करने के अनुभव प्रमाण पत्र भी लगाया है. उसी के आधार पर छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग ने उक्त कंपनी को टेंडर के लिए क्वालीफाइड किया.

 लेकिन अब जिस झारखंड के एनएचएम विभाग के अनुभव प्रमाण पत्र को उक्त कंपनी ने पुलिस विभाग को दिया है उसे लेकर इसी विभाग ने आरटीआई में जानकारी देते हुए कहा है कि इसे उन्होंने द्वारा जारी ही नहीं किया.

 विभाग ने आरटीआई के दस्तावेजों के साथ 5 जनवरी 2024 के तारीख की रजिस्टर की कॉपी भी दी है, जिसमें उक्त अनुभव प्रमाण पत्र के जारी होने का कोई जिक्र नहीं है.

लल्लूराम डॉट कॉम ने इस मामले में M/s Ziqita Healthcare Limited के जिम्मेदारों से भी बातचीत की. कंपनी के नरेश जैन ने लल्लूराम से बातचीत में ये स्वीकारा कि उन्होंने जो अनुभव प्रमाण पत्र छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग को दिया है उसमें झारखंड के एनएचएम का कोई सील नहीं लगा हुआ है.

उन्होंने ये भी कहा कि उक्त अनुभव प्रमाण पत्र उन्हें [email protected] के एनएचएम से प्राप्त हुआ है. ये मेल उन्होंने लल्लूराम डॉट कॉम के संवाददाता को भी फार्वड किया है.  लेकिन हैरानी की बात ये है कि अनुभव प्रमाण पत्र में एमडी एनआरएचएम के हस्ताक्षर ही नहीं है इसमें कथित रूप से सेल इंचार्ज डॉ डी सक्सेना के हस्ताक्षर है. जबकि मेल एमडी की ईमेल आईडी से भेजा गया है.

गौर करने वाली बात ये भी है कि ये ई-मेल शाम 7 बजकर 17 मिनट को भेजा गया है. अब ये छत्तीसगढ़ पुलिस और झारखंड एनएचएम के लिए जांच का विषय है कि उक्त अनुभव प्रमाण पत्र में कितनी सच्चाई है.

सूत्रों का ये भी कहना है कि जब भी कोई अनुभव प्रमाण पत्र किसी भी विभाग द्वारा जारी किया जाता है तो वो कंपनी के अधिकृत ई-मेल आईडी में जारी किया जाता है, जो टेंडर लेने के समय दिया जाता है. लेकिन उपरोक्त ई-मेल M/s Ziqita Healthcare Limited कंपनी के स्टॉफ सुमीत बासू को भेजा गया है. इस सिलसिले में पुलिस महकमें के जिम्मेदारों से उनके पक्ष लेने उन्हें संपर्क किया. लेकिन उनसे संर्पक नहीं हो सका.

कंपनी द्वारा लल्लूराम को उपलब्ध कराया गया ई-मेल का स्क्रिन शार्ट, नीचे आरटीआई के दस्तावेज