बलरामपुर. वाड्रफनगर के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों से हाथापाई का मामला गरमाने लगा है. इस मामले को लेकर जिले के वाड्रफनगर स्थित सिविल अस्पताल समेत आसपास के सभी अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ लामबंद हो गए हैं. डॉक्टरों से हाथापाई के बाद डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया है. इसके चलते सामान्य ओपीडी आज से प्रभावित होने से मरीज परेशान हुए.

बता दें कि बीते दिनों अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए थे. परिजनों का डॉक्टरों से हाथापाई भी हुई थी. कल ही डॉक्टरों ने तहसीलदार एवं वाड्रफनगर एसडीओपी को सामूहिक रूप से अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था. डाॅक्टर्स अस्पताल परिसर में पुलिस सहायता केंद्र खुलवाने की मांग कर रहे हैं.

डॉक्टरों व स्टॉफ के लामबंद होने से आसपास क्षेत्र से आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सामान्य ओपीडी बंद होने से लोग स्वास्थ्य लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं.

इस मामले में मृतक के भाई सत्यनारायण जायसवाल ने बताया कि हमारे भाई को गैस की समस्या थी और उन्हें अस्पताल में लाया गया था, लेकिन अस्पताल में महज 5 मिनट ही हुआ था कि डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के तुरंत बाद उसकी मौत हो गई. जब डॉक्टर से इस मामले में परिजनों ने बात करना चाहा तो डॉक्टर उन्हें काफी रुखे स्वर में जवाब दिया और तू तू- मैं मैं की स्थिति निर्मित हो गई. इससे आक्रोश में आकर परिजनों ने इस घटना को अंजाम दिया था. वहीं डॉक्टरों ने काफी समय व्यतीत करने के बाद शव का पीएम भी नहीं कर रहे थे और जरूरत की सामग्री ना होने का हवाला भी डॉक्टरों ने दिया था. इसके कारण परिजन कल काफी देर डॉक्टर के खिलाफ अस्पताल परिसर में धरने पर बैठे थे. हालांकि उच्च अधिकारियों के समझाइश के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार भी किया और धरना समाप्त किया था.

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