लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद। जिले के हरिजन अकेडमी के स्कूल वाहन चालक की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. नशे में धुत ड्राइवर ने बच्चों को उनके घर छोड़ने के बजाय झलमला चौक पर गाड़ी में बंद कर दिया और खुद सो गया. करीब दो घंटे तक बच्चे गाड़ी में बंद रहे और उनकी रोने की आवाज सुनकर आसपास के दुकानदारों ने गाड़ी में देखा तो ड्राइवर नशे में धुत सो रहा था. जिसके बाद भीड़ ने ड्राइवर की लापरवाही को देख उसकी जमकर पिटाई कर दी. वहीं मारपीट की आवाज सुनकर सैकड़ों लोगों की मौके पर भीड़ लग गई और शराबी ड्राइवर की धुलाई शुरू कर दी.

परिजन पिला बाई मंडावी ने बताया कि उनका बच्चा KG2 में पढ़ाई करता है. सुबह 9 बजे स्कूल गया था दोपहर 2 बजे उसकी छुट्टी होती है. वे बालोद के वार्ड नंबर 04 में रहते हैं और स्कूल गंज पारा में है. उन्होंने बताया कि जब मेरा बेटा स्कूल से 2 बजे घर नहीं पहुंचा तो स्कूल में फोन लगाया गया तो स्कूल की ओर से कहा गया कि पता करते हैं. उसके बाद बच्चे की मां ने ड्राइवर को फोन लगाया तो ड्राइवर का फोन बंद बताया. जिसके बाद से 2 घंटे तक घर वाले अपने बच्चे के लिए काफी परेशान हुए जिसके बाद किसी ने उनके बच्चे के पहचान पत्र से मोबाइल नंबर लेकर फोन किया तब बच्चे की मां बालोद से झलमला नाली के पास पहुंची. जहां उन्होंने देखा कि स्कूल वेन का ड्राइवर नशे में धुत पड़ा था और उनके बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका था.

वहीं इस घटना के बाद स्कूल के बच्चे के अभिभावक ने प्रिंसिपल से फोन पर बात करने की कोशिश की तो प्रिंसिपल ने फोन तक नहीं उठाया. इससे यह स्पष्ट होता है कि ड्राइवर के साथ-साथ स्कूल प्रबंधन की भी लापरवाही होगी, जिन्होंने शराबी चालक के हाथों बच्चों की जान जोखिम में डाली.