रायपुर। रायगढ़ जिले के लैलूंगा क्षेत्र के प्रसिद्ध जैविक जवाफूल चावल की प्रदर्शनी को जबरदस्त रिस्पांस मिला है. शहरवासियों ने बढ़-चढ़कर खरीदारी की है. किसानों ने 6 घंटे में लगभग ढाई लाख रुपये का चावल खरीदा. 1 हजार 650 किलो चावल बेच लिया.

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बूढ़ा तालाब के पास प्रदर्शनी लगाई गई है. सुबह 11 से शाम 5 बजे तक बूढ़ा तालाब के पास लोगों को जवाफूल चावल खरीदारी कर सकते हैं. लैलूंगा का जवाफूल चावल स्वाद के साथ सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. इसलिए इसकी डिमांड तेजी से बढ़ी है. लोगों ने पल भर में लाखों रुपये का चावल खरीद लिया.

जवाफूल चावल की काफी डिमांड

लैलूंगा क्षेत्र में उगाए जाने वाले जवाफूल चावल की महक और स्वाद प्रदेश के साथ देशभर में मशहूर है. दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में कई बार इनकी प्रदर्शनी लगाई जा चुकी हैं. जिसमें ये चावल की काफी डिमांड रही है.

 

6 घंटे में लाखों रुपये का बिका चावल

ऑर्गेनिक और एरोमेटिक यह चावल स्वाद के साथ सेहत के लिहाज से भी फायदेमंद है. जैविक विधि से उत्पादन के कारण यह केमिकल फ्री है. इसमें पोषक तत्व भी प्रचुर मात्रा में होते है.  6 घंटे में लाखों रुपये का चावल बिक गया. जवाफूल चावल की महक और स्वाद लोगों को अपने ओर खींच रही है.

लैलूंगा क्षेत्र में उगाए जाने वाले जवाफूल चावल की महक और स्वाद प्रदेश के साथ देशभर में मशहूर है. दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में कई बार इनकी प्रदर्शनी लगाई जा चुकी हैं. जिसमें ये चावल की काफी डिमांड रही है.

बता दें कि दुनिया में अपनी खुशबू और स्वाद के लिए पहचाने जाने वाले बासमती चावल की भारी डिमांड है. अब जवाफूल चावल छत्तीसगढ़ से लेकर देशभर में पहचान बना रहा है. अच्छी  क्वालिटी के कारण देश के कई कोनों में सप्लाई की जा रही है. रायगढ़ के किसान बासमती के खुशबू को टक्कर देने के लिए जवाफूल चावल पैदा कर रहे हैं.