सुशील सलाम. कांकेर. एक महिला आरक्षक ने अपने उच्च अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए एक पत्र कलेक्टर को लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा है कि उन्होंने आत्महत्या का फैसला कर लिया है और मरने से पहले वे अधिकारियों की सच्चाई सामने लाना चाहती है इसके लिए उन्हें पत्रकारवार्ता लेने की अनुमति मांगी है. हालांकि इस पत्र के बाद एक जांच कमेटी गठित कर पूरे मामले की जांच की जा रही है, वहीं महिला आरक्षक की काउंसिलिंग भी कराई गई है.
पूरा मामला पुलिस अधीक्षक दफ्तर के महिला सेल में पदस्थ महिला आरक्षक का है. महिला आरक्षक सुश्री पद्मिनी साहू (1028) ने ये पत्र लिखा है. महिला आरक्षक ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि पुलिस विभाग के बहुत से अधिकारी उस पर गलत नियत से अपेक्षा रखते हैं. गलत इरादों को पूरा नहीं करती तो परेशान करते हैं. उन्होंने दावा किया है कि तीन साल पहले 2020 में इसी तरह से प्रताड़ित किया गया था, बड़ी मुश्किल से तब वह उबरी थी और एक बार फिर पुलिस अधिकारियों द्वारा आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.
ASP रत्ना सिंह ने कही ये बात…
ASP ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी आरोपी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में एसपी शलभ सिन्हा ने जानकारी दी थी कि पुलिस विभाग के महिला सेल में पदस्थ महिला आरक्षक ने 21 मार्च 2023 से 24 मार्च 2023 तक का अटेंडेंस एक साथ लगा दिया और उसके बाद ड्यूटी से नदारद हो गई. इस महिला आरक्षक के साथ एक और महिला आरक्षक ने भी यही गलती की थी, लेकिन जब इनकी चोरी पकड़ी गई, तब दूसरी आरक्षक ने तो अपनी गलती स्वीकार कर ली, लेकिन महिला आरक्षक पद्मिनी साहू ने नोटिस का जवाब तक नहीं दिया और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर ही प्रताड़ना के आरोप मढ़ दिए.