प्रशांत सिंह, जांजगीर-चाम्पा. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में सरकारी अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां रात 3 बजे रिकॉर्ड रूम में देर रात आग लग गई। आग लगने के कारण कमरे से काला धुआं बाहर आने लगा, जिससे अफरा-तफरी मच गई। घटना में कई दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं। फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।


दरअसल, सिविल सर्जन कार्यलय के कक्ष क्रमांक 3 और 4 को रिकॉर्ड रूम में इस्तेमाल किया जा रहा है, जहां कल आग लग गई। कमरे में आग की लपटें देखकर मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस और दमकल की वाहन मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने आग बुझाने के लिए अस्पताल के पीछे शटर को तोड़ कर घुसे। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।

आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। अस्पताल के इलेक्ट्रिशियन का कहना है कि हाल ही में पूरे जिला अस्पताल परिसर में नई वायरिंग की गई है और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम भी किए गए हैं। हैरानी की बात यह है कि रिकॉर्ड रूम में आग लगने के बावजूद न तो अस्पताल परिसर की बिजली गुल हुई और न ही कोई सर्किट कटा।

रिकॉर्ड रूम में आग लगने की घटना से प्रबंधन पर कई सवाल उठ रहे हैं। छुट्टी के दिन यहां आम लोगों की आवाजाही नहीं होती। साथ ही परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं, इसके बावजूद आग का कारण अब तक सामने नहीं आया है। मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की जा रही है।
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