रायगढ़। विकास दूत कहे जाने वाले इन उद्योगों से शहर की आर्थिक स्थिति में बदलाव हुआ है, लेकिन इससे कहीं ज्यादा स्वास्थ्य संबंधी नुकसान आम जनता को झेलना पड़ रहा है. वैसे देखा जाए तो कई मुद्दे हैं, लेकिन गर्मी के मौसम में सबसे बड़ा मुद्दा इन उद्योगों के अपशिष्ट राख का है. राख लोगों के घरों में उड़कर आ रही है. इससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है. लोगों को बड़ी तादाद में बीमारियां हो रही है. ग्रामीणों इलाकों का हाल बेहाल है. धूल और राख ने लोगों को बीमार कर दिया है. इसमें एक औद्योगिक प्लांट के डेम की राख से इलाका धुआं-धुआं हो गया है.

 प्लांट से उड़ रहा राख…

ताजा मामला कोल ब्लॉक तमनार का है. जहां के फ्लाई एस डेम से उड़ रहे धूल से स्थानीय ग्रामीण परेशान हैं. जैसे ही गर्मी के दिन आने लगते हैं, वैसे ही फ्लाई एस उड़ने लगती हैं. अधिनस्थ गांव कुंजेमुरा, पाता, रेगांव, बांधापाली के ग्रामीण परेशान हैं. साथ ही मुख्य मार्ग तमनार हुंकराडीपा,के राहगीर सहित डोलेसारा, रोड़ापाली, मुड़ागांव, सराईटोला के ग्रामीण भी राख की धूल से परेशान हैं. यह परेशानी केवल इस साल की ही नहीं, बल्कि हर साल इसका सामना स्थानीय करते हैं.

राख से दर्जनों गांव धुआं-धुआं

बात करें कुंजेमुरा के ग्रामीणों की तो कई वर्षों से ग्रामीण फ्लाई एस की समस्या से जूझ रहे हैं. जहां आज देर शाम तेज आंधी तूफान चलने लगी, तो फिर एक बार फ्लाई एस डैम का राख गांव की ओर तेजी से उड़ने लगा. राख उड़ने से घरों में अलग से परत जम गई. खाने के सामान, कपड़े सभी राख में संलिप्त हो गए. गांव राख की एक अलग चादर ओढ़े सा दिखने लगा. वहीं फ्लाई एस डैम के पास का तालाब भी फ्लाई एस के कारण बेकार हो चुका है. तालाब में अलग परत और मलबा जम चुका है.

देखें वीडियो-

शुरुआत में फ्लाई एस डैम की ऊंचाई कम थी. धीरे-धीरे डैम भरता गया और इसकी ऊंचाई बढ़ती गई. ऊंचाई अधिक होने के कारण हवा के साथ-साथ फ्लाई एस गांव की ओर प्रवेश करता है. आज जिस गति से उड़ रहा है, इसी प्रकार से उड़ता रहा तो ग्रामीणों की आंख में परेशानी, चर्म रोग, सांस लेने में परेशानी जैसी गंभीर बीमारियां जल्द ही जकड़ लेंगी.

देखें वीडियो-

स्थानीय ग्रामीण इसी प्रकार से फ्लाई एस उडती रही तो आंदोलन की बात कह रहे हैं. गर्मी शुरू होते हैं या मुद्दा मीडिया में भी छाया रहता है, जिसके बाद स्थानीय पर्यावरण विभाग के अधिकारी जांच के लिए आते तो हैं और महज खानापूर्ति करने के बाद वापस चले जाते हैं.अधिकारी एक दिन जांच के लिए आते हैं, लेकिन ग्रामीण कई दिनों तक इसकी समस्या से जूझते रहते हैं. जब- जब तेज हवाएं चलती हैं, धूप सिर के ऊपर चढ़ते ही फ्लाई एस तेजी से गांव की ओर उड़ने लगती है.

read more- Corona Horror: US Administration rejects India’s plea to export vaccine’s raw material

दुनियाभर की कोरोना अपडेट देखने के लिए करें क्लिक