भाटापारा। सुहेला थाना क्षेत्र से एक अंधविश्वास का हैरतअंगेज मामला सामने आया है. एक महिला की जलने के कारण मौत हो गई थी. परिजनों अंधविश्वास के कारण लाश को जिंदा करने के लिए घर में 4 दिन दिन तक रखे रहे. लाश की पूजा-पाठ करते रहे. पुलिस को मामले की जानकारी लगी. इसे बाद पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

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पुलिस के मुताबिक रामनारायण मारकंडेय मामले की जानकारी दी. उसकी बेटी जुग्गा बाई की रानीजरौद में जलने के कारण मौत हो गई है. इसके बाद मृतिका के पिता ने अपने दामाद से जानकारी ली. उसने बताया कि जुग्गा बाई रात में स्वयं मिटटी तेल डाली और जलकर खत्म हो गई है.

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दीपक जलाकर कर रहे थे पूजा पाठ

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मृतिका जुग्गा बाई को जिंदा करने के लिए पति अमरदास कुर्रे, देवर अगरमनदास कुर्रे,  पूनम कुर्रे, तारेंन्द्र कुर्रे घर के एक कमरे में पूजा पाठ कर रहे थे. गुरूघासीदास बाबा के फोटो के सामने दीपक जलाकर पूजा कर रहे थे. लाश को लकडी और धान की बोरी में टिकाकर रखे थे. पुलिस बल मौके पर पहुंची और कार्रवाई की.

पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में खुलासा

पुलिस ने बताया कि मृतिका जुग्गा बाई के शव का पंचनामा कार्रवाई किया गया. सुहेला नायब तहसीलदार ममता ठाकुर ने कहा कि श सड़ने की स्थिति में आ गया था. फॉरेंसिंक मेडिसन पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर भेजा गया. पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में जानकारी मिली कि पूजा-पाठ में देरी के कारण महिला की मौत हुई है.

चारों आरोपियों को भेजा गया जेल

पुलिस ने बताया कि आरोपियों में अमरदास कुर्रे, अगरमनदास कुर्रे, पूनम कुर्रे और तारेंन्द्र कुर्रे को गिरफ्तार किया गया है. चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट नेआरोपियों को जेल भेज दिया है.

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