वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। जिले के करगीखुर्द में टीकाकरण के बाद बकरियों की मौत का आरोप लगा है. सरकार के आदेश के बाद गांव में पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है. जहां लोरिक राम यादव की बारह बकरियों का टीकाकरण किया गया, जिसके बाद तीन बकरियों की मौत हो गई. वहीं नौ बकरियां बीमार है, जिनका इलाज वेटनरी चलित एम्बुलेंस के कर्मचारियों ने किया. इस मामले में वेटनरी अधिकारियों का कहना है कि बकरियों की मौत टीकाकरण से नहीं बल्कि हीट स्ट्रोक के कारण हुई है.

जानकारी के मुताबिक करगीखुर्द में रहने वाले लोरिक राम यादव की बारह बकरियों को बीते 1 जून को टीका लगाया गया था. जिसके बाद इनकी हालत खराब हो गई थी. सुबह दो बकरियों की मौत और शाम तक एक और बकरी की मौत हो गई. इसके बाद गांव के लोगों ने पशु औषधालय के डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए गलत टीकाकरण करने की बात कही है. गांव वालों का कहना है कि बकरियों के मरने के बाद यहां पदस्थ डॉक्टर ने उन्हें फेंकवा दिया और मामले को दबाने का प्रयास किया. जिसके बाद में हल्ला होने के कारण उसका पोस्टमार्टम किया गया.

इस बारे में क्षेत्र के वेटनरी डॉक्टर राजकुमार कुर्रे का कहना है कि करगी में बकरियों की मौत की सूचना मिली थी जांच और पोस्टर्माटम के बाद पता चला कि बकरियों की मौत टीके से नहीं हुई है. गर्मी की वजह से इनकी मौत हीट स्ट्रोक से होने की बात सामने आई है यदि टीके से मौत होती तो और भी ऐसे मामले सामने आते हैं. पूरे मामले में मुआवजा प्रकरण बनाकर उच्चाधिकारियों को सौंप दिया गया है.