रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान पर होने वाले नुकसान के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि हमने केंद्र सरकार के समर्थन मूल्य पर ही धान की खरीदी की है. केंद्र का ये कहना गलत है कि हमने 25 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की है. मैं इस तरह के समाचारों का खंडन करता हूं. हम किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना से पैसा दे रहे हैं. फिर केंद्र सरकार धान पर अड़ंगा लगा रही है.

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केन्द्र सरकार की नीयत ठीक नहीं

केंद्र की ओर से कहा गया था कि 60 लाख मीट्रिक टन धान लेंगे, बाद में उसे 24 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है. दरअसल केंद्र सरकार की नीयत ठीक नहीं है. केंद्र अगर 60 लाख मीट्रिक टन धान लेती तो हमें धान बेचना नहीं पड़ता. हम तो एथेनाल प्लांट लगाना चाहते हैं. लेकिन मोदी सरकार किसान विरोधी है यह साफ हो चुका है.

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हम धान को सड़ा नहीं सकते है इसलिए नीलामी करने की सोच रहे हैं. वहीं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का कहना है कि धान खरीदी केंद्र का नीतिगत मसला है. केंद्र को जिम्मेदार बता भूपेश सरकार अपनी नाकामियों को छुपा रही है.

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