
मनेंद्र पटेल, दुर्ग। भाजपा पार्षद और एमआईसी सदस्य जोन अध्यक्ष संतोष नाथ उर्फ जलंधर को सरकारी जमीन फर्जी कागजातों से अपने नाम करने और उसे बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वैशाली नगर पुलिस ने इस मामले में पहले ही 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.


पुलिस जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी पार्षद जलंधर सिंह ने उद्योग विभाग और अन्य की निजी जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें अपने नाम रजिस्ट्री कराया और फिर अन्य लोगों को बेच दिया. मामले के खुलासे के बाद वैशाली नगर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी.
आरोपी पार्षद निर्दलीय चुनाव जीतकर पहले कांग्रेस में शामिल हुआ था और बाद में भाजपा सरकार बनने के बाद भाजपा की सदस्यता ले ली थी. थाना वैशाली नगर में आरोपी जलंधर के खिलाफ एक अन्य जमीन फर्जीवाड़े का मामला भी दर्ज है. इस मामले में जवाहर नगर सुपेला निवासी प्रार्थी देवनाथ गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपी कार्तिक नंद शर्मा, पुरुषोत्तम उर्फ अरविंद भाई, राजेंद्र सोनी, हरिश राठौर के साथ मिलकर कोहका वार्ड 14 बाबादीप सिंह नगर की जमीन (खसरा नंबर 5407/4 और 5407/3) का फर्जी पेपर तैयार कर धोखाधड़ी की गई. जिसके बाद वैशाली नगर पुलिस ने इस मामले में धारा 420, 467, 468, 471 और 120-बी भादवि के तहत अपराध दर्ज किया था. मामले में पहले ही 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका था, अब मुख्य आरोपी जलंधर को भी पुलिस ने पकड़कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है.