रोहित कश्यप, मुंगेली. जिले के संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. पहले दिन काली पट्टी बांधकर, दूसरे दिन हनुमान चालीसा पाठ और सद्बुद्धि यज्ञ और तीसरे दिन संविदा प्रथा का पुतला दहन कर, तो चौथे दिन आमरण अनशन पर 16 कर्मचारी बैठकर नियमितिकरण के मांग पर डटे हुए हैं. इधर जहां संविदाकर्मियों के हड़ताल में जाने से सरकारी दफ़्तरों का कामकाज ठप है तो वहीं स्वास्थ्य कर्मियों के भी हड़ताल में चले जाने से स्वास्थ्य सुविधा प्रभावित है.
दरअसल, मुंगेली जिले में हड़ताली स्वास्थ्य विभाग के नियमित और अनियमित कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. हड़ताली महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आज हाथों में मेंहदी लगाकर अनोखे ढंग से प्रदर्शन किया. महेंदी में बकायदा इन कर्मचारियों ने नियमितीकरण, वेतन विसंगति समेत कई मांगों का जिक्र किया हुआ था, जो कि आज पूरे दिन भर चर्चा का विषय रहा.
संविदा कर्मचारी संघ का ये है कहना
जिला संयोजक मुंगेली ताकेश्वर साहू ने बताया कि, अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन 6 घण्टे के लिए 16 चयनित क्रांतिकारी संविदा कर्मचारी नियमितीकरण किए जाने, जन घोषणा पत्र के बिंदु क्रमांक 11 और 30 के तहत नियमित करने 6 जुलाई 2023 को अनशन पर बैठ गए हैं, जिसमे प्रमुख पदाधिकारी सम्मिलित हैं. इसी क्रम में डॉक्टर अखिलेश बंजारे और बालेंद्र मिश्रा ने कहा, प्रदेश सरकार जिस तरीके से संविदा कर्मचारियों से किए गए चुनावी वादे को दरकिनार कर रही है. नियमित भर्तियां निकाल रही है और उन भर्तियों में संविदाकर्मियों के नियमतिकरण के लिए कोई प्रावधान नहीं बना रही है, नियमितिकरण के लिए गठित समिति की विगत 40 महीनों से कोई बैठक तक नहीं हुई है.
बीना धृतलहरे और सोनाली मेश्राम का संयुक्त ने कहा कि, कांग्रेस जन घोषणा में स्पष्ट है कि अनियमित संविदा, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को रिक्त पदों में नियमित करने की कार्रवाई की जाएगी. किसी की भी छटनी नहीं की जाएगी, लेकिन ठीक जन घोषणा के विपरीत हो रहा है. सीधी भर्ती होने के कारण बहुत से संविदा कर्मचारी नियमितीकरण से वंचित होंगे और तो और नौकरियों से बाहर (छटनी होने) की स्थिति निर्मित हो जाएगी.
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