रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है. प्रदेश के 84 प्रतिशत लोगों को पहला टीका और 42 प्रतिशत लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं. यह राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है. राष्ट्रीय स्तर पर यह आंकड़ा क्रमशः 79 प्रतिशत और 37 प्रतिशत है. प्रदेश में टीकाकरण के लिए पात्र नागरिकों की संख्या एक करोड़ 96 लाख 51 हजार है. इनमें से एक करोड़ 64 लाख 97 हजार 542 लोगों को कोरोना से बचाव के लिए पहला टीका लगाया जा चुका है. वहीं 82 लाख दो हजार 984 लोगों ने दोनों टीके लगवा लिए हैं.

सभी पात्र लोगों तक कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक पहुंचाने के लिए प्रदेश को अभी भी करीब एक करोड़ टीकों की और जरूरत है. मुख्यमंत्री बघेल के पत्र के बाद छत्तीसगढ़ को और टीकों की आपूर्ति के बाद 15 नवम्बर की स्थिति में कुल 52 लाख 81 हजार 425 टीकों का स्टॉक है. इनमें कोवैक्सीन की नौ लाख 86 हजार 035 और कोविशील्ड की 42 लाख 95 हजार 390 डोज शामिल हैं. कोरोना वैक्सीन के वर्तमान स्टॉक को देखते हुए प्रदेश को 93 लाख 20 हजार 049 टीकों की और आपूर्ति की जरूरत है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विगत 3 नवम्बर को प्रदेश को एक करोड़ वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था. उन्होंने प्रधानमंत्री को अवगत कराया था कि 3 नवम्बर की स्थिति में प्रदेश में पहला डोज लगवा चुके 38 लाख 82 हजार 646 लोगों को दूसरा टीका लगाया जाना बांकी था. उस समय राज्य में 31 लाख 93 हजार 735 टीके ही उपलब्ध थे. इस तरह दूसरे डोज के लिए टीकों की कमी के साथ ही पहला डोज लगाने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं था.

प्रदेश में कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य जल्द से जल्द हासिल करने के लिए पर्याप्त संख्या में टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं. लगातार त्यौहारों के दौर में भी राज्य में पिछले पांच दिनों में सात लाख 32 हजार 088 टीके लगाए गए हैं. प्रदेश में अभी रोजाना औसत एक लाख 46 हजार 418 लोगों को टीका लगाया जा रहा है. बीते 11 नवम्बर को प्रदेश में दो लाख 23 हजार 991, 12 नवम्बर को एक लाख 37 हजार 230, 13 नवम्बर को एक लाख 49 हजार 089, 14 नवम्बर को 91 हजार 174 और 15 नवम्बर को एक लाख 30 हजार 604 टीके लगाए गए हैं.