रायपुर। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर केंद्र सरकार ने एक वेबीनार का आयोजन किया. इसके लिए पूरे राष्ट्र से केवल 9 बालिकाओं को अपने विचार राष्ट्र के समक्ष प्रस्तुत करने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ. बड़े गर्व की बात है कि हमारी शाला होली हार्ट्स एजुकेशनल एकेडमी की कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा नकया मालक का चयन इस वेबिनार के लिए हुआ. वेबिनार में भारत के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सीबीएसई के अध्यक्ष मनोज आहुजा, सचिव स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग अनीता कंवल के साथ केंद्रीय विद्यालय संगठ और सीबीएसई के कई अधिकारी उपस्थित थे.

नकया ने कहा कि वो डॉक्टर बनना चाहती है. ग्रामीण व आदिवासी क्षेत्रों में जाकर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना चाहती है. अपनी सेवा देश को समर्पित करना चाहती है. शिक्षा मंत्री के सामने अपने विचारों के प्रस्तुतीकरण के लिए नकया का हौसला बढ़ाने के लिए उनकी शिक्षिका अर्चना परोहा और राधिका अत्रे पूरे समय उनके साथ में थीं.

शिक्षा मंत्री पोखरियाल ने नकया के विचार से प्रभावित होते हुए कहा कि सचमुच एक महिला के शिक्षित होने से पूरा समाज, राष्ट्र व पीढ़ी शिक्षित होती है. उन्होंने दादी-नानी की कहानियां सुनने, उनसे संवाद करने को भी कहा. “मां की पाठशाला” शीर्षक से लिखी अपनी कविताओं के बारे में बताते हुए कहा कि मां की पाठशला सशक्त होती है, समरसता लाती है और शालीनता दे सकती है. डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप भी माना जाता है. इसलिए आप देश दुनिया में इसी भावना के साथ अपना कार्य करें और हम सब का नाम रोशन करें. उन्होंने न नकया के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी.

शिक्षा मंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर नथिया के द्वारा कही गई कहावत को भी ट्वीट किया है कि यदि एक पुरुष को शिक्षित किया जाता है, तो वह खुद को शिक्षित करता है, पर एक महिला को यदि शिक्षित किया जाए, तो पूरा समाज, राष्ट्र और पीढ़ी शिक्षित होती है.