रायपुर। आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा कोसमी में शिक्षा के बेहतर विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने, विद्यार्थियों में वैज्ञानिक अभिरुचि जागृत करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान संकाय और विज्ञान क्लब के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय वेबीनार आयोजित किया गया.

विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. विनय अग्रवाल ने कहा कि आज के विद्यार्थी कल के सफल वैज्ञानिक होंगे और यह जिम्मेदारी उनके कंधों पर होगी की शिक्षा के विकास में विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी को किस तरह समायोजित किया जाए. जिससे विद्यार्थियों की रूचि इस ओर जाग्रत हो. विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार राकेश तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद महालापार ने किया और बेचिनार की सासगिक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए इसे ऑनलाइन मोड पर आयोजित किया है. कुलसचिव डॉ. बी.पी. भोल ने कहा कि यह वेबीनार छात्र-छात्राओं के साथ सभी वर्गो में वैज्ञानिकता का विकास करने के लिए अयोजित किया गया है जब सभी वर्गों की भागीदारी होगी तभी सही मायने में पर्यावरणीय विकास एवं उसका संरक्षण संभव है.

कार्यक्रम के विशेष अतिथि एवं मुख्यवक्ता डॉ. जगजीतकौर ने बताया कि एलईडी विज्ञान का वरदान है. जिससे आने वाली पीढ़ियां अपने दैनिक जीवन में बेहतर उपयोग करेंगे. डॉ. प्रतीक्षा पांडे वनस्पतिशस्त्री, महिला महाविद्यालय इस्पात नगरी भिलाई ने अपने वक्तव्य में कहा कि सतत् विकास केवल भारत का ही नहीं, बल्कि यह एक वैश्विक लक्ष्य है. इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संयुक्तराष्ट्र संघ के सभी सदस्यों द्वारा सार्वभौमक रूप से 2015 में यह प्रतिज्ञा ली गई कि विश्व को गरीबी मुक्त कर ग्रहों एवं पर्यावरण का संरक्षण करेंगे. गणितशास्त्री प्राध्यापक, शासकीय बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर स्नातकोत्तर महाविद्यालय डोंगरगांव चेतन कुमार ने बताया कि 2030 तक विश्व के सभी लोगों का जीवन आनंद, शांति एवं समृद्धि से भर जाएंगे, इस कार्य के लिए हमें अमीरी-गरीबी के फासले को भूल कर आपस में भाईचारे की भावना स्थापित कर पर्यावरणीय मुसीबतों का सामना करने व उनके संरक्षण करने के लिए हर पल तत्पर रहना पड़ेगा. यह कार्य केवल वैज्ञानिक नही बल्कि विश्व के हर समाज के नागरिकों का उत्तरदायित्व होना चाहिए.

डीन डॉ. एन. के. स्वामी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी से अध्येताओं को भविष्य में पर्यावरण संरक्षण के साथ कैसे जोड़ा जाए. इस पर अपनी राय व्यक्त की एवं विज्ञान क्लब के उद्देश्यों, पूर्व में आयोजित गतिविधियों एवं भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा बताई. विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष ओ पी वर्मा के द्वारा समस्त अतिथियों, वक्ताओं, प्राध्यापको एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया.