सत्यपाल राजपूत, रायपुर. छत्तीसगढ़ जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने मंगलवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके से राजभवन में मुलाकात की. सदस्यों ने दो सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधिमंडल ने NEET PG के कॉउंसललिंग में हो रही देरी को लेकर सेंट्रल गवर्नमेंट के नाम ज्ञापन दिया. राज्यपाल ने उनकी समस्याओं पर आवश्यक कार्यवाई का आश्वासन दिया.
प्रतिनिधिमंडल के डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. अमन अग्रवाल ने डॉक्टरों की पी.जी. काउंसिलिंग में करीब साल भर का विलंब हो रहा है, जिसके कारण बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. नए बैच नहीं आने से उन पर कार्य भार बढ़ गया है और पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उन्हें मिलने वाली छात्रवृत्ति अन्य राज्यों की अपेक्षा काफी कम दी जा रही है, जिसे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, कोविड के दौरान जो विशेष भत्ता दिया जाना था वह अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है. साथ ही बांडेड और नॉन बांडेड चिकित्सकों के वेतन में काफी अंतर है, प्रतिनिधिमण्डल ने यह अंतर समाप्त किए जाने का आग्रह किया.
बता दें कि काउंसलिंग की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. दूसरे राज्यों के तुलना में राज्य के PG रेजिडेंट को कम मिलने वाले फंड तुरंत बढ़ाने की मांग की जा रही है. डॉक्टरों ने कहा कि राज्य शासन के द्वारा बार-बार आश्वासन देने के बावजूद फंड नहीं बढ़ाया जा रहा है. आस पास के सभी राज्यों ने अभी कोरोना के समय के बाद बढ़ाया. लेकिन छत्तीसगढ़ में सबसे कम दिया जा रहा है.