प्रदीप गुप्ता,कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में कोरोना से मौत का सिलसिला जारी है. जिला कोविड अस्पताल में बीती रात भी डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मरीज शौरभ गुप्ता की मौत हो गई. मृतक की पत्नी ज्योति गुप्ता ने आरोप लगाया है कि जिला कोविड सेंटर में डॉक्टरों ने सही इलाज नहीं किया जिस कारण से उनके पति की मौत हो गई. तबियत बिगड़ता देख डॉक्टरों ने मरीज को बिलासपुर रेफर कर दिया. एम्बुलेंस से बिलासपुर ले जाने के दौरान तबियत बिगड़ी और वापस कवर्धा के कोविड सेंटर लाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने हॉस्पिटल में भर्ती नहीं किया. आखिर में मरीज ने देखते-देखते दम तोड़ दिया.

अस्पताल में खुद मशीन ऑपरेट करती पत्नी ज्योति गुप्ता

26 अप्रैल को पति शौरभ गुप्ता और पत्नी ज्योति गुप्ता कोरोना पॉजिटिव मिले थे. जिसके बाद शहर के कोविड सेंटर में भर्ती थे. पत्नी कोरोना को मात देकर जंग जीत गई, लेकिन पति शौरभ गुप्ता कल कोरोना से जंग हार गया. पत्नी का आरोप है कि जब पति कोविड सेंटर में भर्ती हुए थे, उस समय ठीक थे. ऑक्सीजन लेवल भी ठीक था. लेकिन डॉक्टरों की इलाज के अभाव में धीरे-धीरे ऑक्सीजन लेवल कम होते गया. इस दौरान डॉक्टरों से सही इलाज करने के लिए पत्नी कई मर्तबा गुहार लगती रही. डॉक्टरों ने सही समय में दावा, इंजेक्शन और ऑक्सीजन लेवल चेक नहीं कर रहे थे.

मरीज को देखने नहीं आते डॉक्टर 

पत्नी का आरोप है कि यहां के डॉक्टर वेंटिलेटर ऑपरेट करने नहीं आते है. जिसके चलते कोविड मरीजों की मौत हो रही है. हालांकि ये जिले में पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी कोविड-19 के मरीजों ने डॉक्टरों को इलाज के नाम कटघड़े में खड़ा कर चुके हैं. बावजूद इसके जिले के डॉक्टरों ने कोरोना से संक्रमित मरीजों का सही इलाज नहीं कर रहे हैं. डॉक्टर नर्स फोन चलाते हैं. रात में सो जाते हैं. बुलाने के बावजूद मरीज को देखने नहीं आते हैं. डॉक्टरों से पूछकर वो खुद मशीन ऑपरेट करती थी.

शिकायत मिलेगी, तो करेंगे जांच

इस मामले में सीएमएचओ डॉ. शैलेन्द्र मंडल ने कहा कि हमारे डॉक्टर निरंतर जान को जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. अगर पीड़ित लिखित में शिकायत करती है, तो जांच करने की बात कही है.

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