सत्यपाल सिंह,रायपुर। लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का एक बार फिर बड़ा असर देखने को मिला है. एसडीएम फंड के जरिए स्कूल में बांटे गए घटिया क्वालिटी के बर्तन की खबर प्रकाशित की गई थी. जिसके बाद लोक शिक्षण संचालक ने महासमुंद जिले के क्रिस्टल इंडिया इंडस्ट्रीज पर कार्रवाई करते हुए भुगतान में से 13 लाख 53 हजार रुपए काट लिए है. इसके साथ ही क्रिस्टल इंडिया इंडस्ट्रीज और गुणवता जांच करने वाले कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने का निर्देश दिया है.

लोक शिक्षण संचालक जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि मानक अनुरूप बर्तन की सप्लाई नहीं हुई थी. उसके हिसाब के कार्रवाई की गई है. क्रिस्टल इंडिया इंडस्ट्रीज महासमुंद पर 14 लाख का जुर्माना लगाया गया है, लेकिन इस कार्रवाई से सतुंष्ट नहीं हूं.

जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम ने कहा कि कार्रवाई हुई है. 13 लाख 53 हजार काटा गया है. बर्तन जिन स्कूलों के लिए मंगाया गया, वहां बाट दिया गया है. घटिया क्वालिटी के बर्तन से रसोइयों को कभी नुकसान हो सकता है, कुकर फट सकता है. इस सवाल पर कहा कि कोई खतरा नहीं है और फोन काट दिया.

क्रिस्टल इंडिया इंडस्ट्रीज महासमुंद के राम गोपाल अग्रवाल ने कहा कि भुगतान में 14 लाख काटा गया है, जबकि हमने बर्तन वापसी कर निर्धारित क्वालिटी के बर्तन सप्लाई करने की बात कही थी.

सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक बर्तन सप्लाई करने वाले क्रिस्टल इंडिया इंडस्ट्रीज महासमुंद और गुणवत्ता जांच करने वाले कंपनी को संचालक ने ब्लैक लिस्ट करने के लिए सीएसआईडीसी पत्र भेजा गया है.

पैरेंट एसोसिएशन ने उठाया सवाल उठाते हुए कहा कि जुर्माना विकल्प नहीं है. खराब क्वालिटी के बर्तन से रसोइयों को खतरा है. घटिया क्वालिटी का कुकर कभी भी फट सकता है. इसलिए सभी बर्तन को वापस करना चाहिए, उसके बाद सप्लाई कंपनी पर कार्रवाई की जाए.

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बता दें कि मध्यान्ह भोजन के लिए सरकारी स्कूलों को केंद्र सरकार के मद से बर्तन की आपूर्ति की जाती है. इसके लिए खरीदी शिक्षा विभाग की ओर से की जाती है. चालू वित्तीय वर्ष में भी स्कूलों के लिए क्रिस्टल इंडिया इंडस्ट्रीज, महासमुंद में बने प्रेशर कुकर, भगौना (गंज), स्टील कढ़ाही, जग और स्टील तगाड़ी की आपूर्ति की गई थी. 14 करोड़ 21 लाख 80 हजार रुपए की लागत से हुई खरीदी के बाद सप्लायर को पेमेंट भी कर दिया गया है, लेकिन कम वजन के बर्तनों की आपूर्ति किए जाने की शिकायत की गई थी. जिसके बाद कार्रवाई की गई है.