एक पिता को अपनी ही बेटी की पहरेदारी करनी भारी पड़ गई और आज वे राजधानी रायपुर के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे है.

 आरोप है कि बेटी के दोस्त ने घायल पिता पर चाकू से दो वार किए. पूरा मामला महासमुंद का है. घटना के वक्त एक और अपचारी‎ बालक मौजूद था. ये पूरा मामला 6 मई शाम‎ 7 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र के‎ इमलीभाठा वार्ड क्रमांक 2 का बताया जा रहा है.

 आरोप में दो अपचारी बालक को‎ बाल संप्रेषण गृह भेज दिए गए है.  पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि दोनों अपचारी‎ बालक घायल के घर के सामने से‎ अक्सर बाइक से गुजरते और हॉर्न‎ बजाते थे. मना करने पर भी नहीं‎ मानते थे. घायल व्यक्ति की बेटी‎ से अपचारी बालक की दोस्ती थी, घटना के दिन अपचारी बालक ने‎ लड़की की मां को फोन कर कहा‎ कि तुम लोग लड़की को निकलने‎ नहीं देते हो, उसे कोई भी परेशान‎ करेगा तो नहीं छोडूंगा.

  इसके बाद‎ शाम 7 बजे दोनों अपचारी बालक‎ घर के सामने आकर बैठ गए. यह‎ जानकर लड़की का पिता बाहर‎ निकले, अपचारी बालक का नाम‎ लिया तो वह गुस्सा गया और चाकू‎ से प्राणघातक हमला कर दिया. वहीं बीच बचाव में आई लड़की‎ की मां व नाना की भी अपचारी‎ बालकों ने पिटाई कर दी. ‎