बिलासपुर. (Lalluram Desk). देवरीखुर्द में पागल कुत्ते ने आतंक मचा रखा है. कुत्ते के हमले से अनेक बच्चे घायल हो गए हैं, जिनका सिम्स में इलाज किया जा रहा है. इनमें से एक बच्चे के सिर और हाथ में 20 से ज्यादा टांके लगे हैं. सिम्स प्रबंधन ने बच्चों का इलाज जारी रहने की बात कहते हुए सभी की स्थिति सामान्य बताई है. इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़: पापा ने कहा, बेटा तंबाकू मत खाना… बेटे ने कर लिया सुसाइड

बीते दो दिनों से देवरीखुर्द क्षेत्र में पागल कुत्ते का आतंक फैला है. 5 व 6 सितंबर को घर के बाहर खेल रहे बच्चों पर एक कुत्ते ने हमला कर दिया. एक के बाद एक बच्चों को नोच कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया. आनन-फानन में परिजनों ने अपने बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. पागल कुत्ते के दहशत से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है.

घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गए हैं. इन दिनों शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कुत्तों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. दिन हो या रात जगह-जगह कुत्ते झुंड में खड़े रहते हैं, और आने-जाने वाले लोगों को दौड़ाने लगते हैं. वर्तमान में मेडिकल कॉलेज सिम्स में डॉग बाइट के शिकार मरीज इलाज करवाने पहुंच रहे हैं. रैबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए रोजाना लंबी लाइन लग रही है.

देवरीखुर्द, तोरवा से पकड़े गए 35 आवारा कुत्ते

आवारा कुत्तों के आतंक की जानकारी मिलने और नागरिकों की शिकायत पर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने तत्काल अभियान चलाने के निर्देश दिए. निगम के स्वास्थ्य अमले ने शनिवार को देवरीखुर्द और तोरवा क्षेत्र में 35 आवारा कुत्तों को पकड़ा है, जिन्हें गोकुलधाम स्थित निगम के चिकित्सालय ले जाया गया है, जहां इन कुत्तों का टीकाकरण समेत अन्य उपचार किए जाएंगे.

अब तक 13864 कुत्तों की नसबंदी

कोरोना काल में आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण बंद था. नगर निगम के द्वारा 2022 से आवारा कुत्तों की नसबंदी फिर से शुरू की गई. निगम के अनुसार, जुलाई 2024 तक कुल 13864 कुत्तों का नसबंदी और टीकाकरण नगर निगम द्वारा किया गया है.