रायपुर. छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने 20 सितंबर को प्रदेश महाबंद और नाकेबंदी का खंडन किया है. समाज के अध्यक्ष भारत सिंह ने कहा कि महाबंद से समाज का कोई संबंध नहीं है. उन्होंने बताया कि समाचार पत्रों, पोस्टर, पाम्पलेट, सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर यह जानकारी मिली कि 20 सितंबर को छग सर्व आदिवासी समाज के नाम से कुछ व्यक्तियों-संगठनों की ओर से भ्रामक खबर फैलाई जा रही है.
भारत सिंह ने कहा कि इस महाबंद-नाकेबंदी से समाज का कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने समाज के लोगों से अपील की है कि इस प्रकार के किसी कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है. समाज के अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश के आदिवासी समाज के विभिन्न लंबित मांगों- संविधान में प्रदत्त अधिकारों के संबंध में 13 सितंबर को मुख्यमंत्री निवास में संगठन के अध्यक्ष भारत सिंह और संरक्षक बीएल ठाकुर, जीएस धनंजय, आरबी सिंह, बीपीएस नेताम, यूआर नेताम, वंदना उयके आदि ने सार्थक चर्चा की. इसके बाद समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री ने मुख्यसचिव की अध्यक्षता में समिति गठन की घोषणा की है.