रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा संचालित महतारी दुलार योजना के तहत अशासकीय शालाओं में पढ़ रहे बच्चों की स्कूल फ़ीस राज्य शासन वहन करेगी.

इसे भी पढ़े- विशेष : आदिवासी जैसा चाहेंगे वैसा ही होगा काम, आदिवासी हितों पर सरकार का पूरा ध्यान… 

सीएम भूपेश ने ट्विटर पर लिखा कि आप सबके साथ साझा करना चाहता हूं कि राज्य शासन द्वारा संचालित महतारी दुलार योजना के अंतर्गत अब अशासकीय शालाओं में पढ़ रहे बच्चों की स्कूल फ़ीस भी राज्य शासन द्वारा वहन की जाएगी. हमारे कई बच्चों ने कोरोना काल में अपनों को खो दिया है. हम अपने बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकने देंगे.

इसे भी पढ़े- भिलाई में पुलिस का पहला डॉग ब्रीडिंग सेंटर शुरू, अब दूसरे राज्यों से डॉग्स खरीदना हुआ बंद… 

बता दें कि प्रदेश में महतारी दुलार योजना-2021 लागू किया गया है, इस योजना का लाभ कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चे ले सकते हैं. सरकार 12वीं तक के शिक्षा के साथ इन बच्चों को छात्रवृत्ति भी देगी, जिसमें इस कक्षा 1-8वीं तक 500 रुपए और 9वीं से 12वीं तक एक हज़ार रुपए निर्धारित किया गया है.

इसे भी पढ़े- गदर आवाज छत्तीसगढ़ के : संसदीय सचिव विकास उपाध्याय और देवजी भाई पटेल के बीच MSP बढ़ोतरी पर बड़ी बहस, देखिए वीडियो 

कैसे लें योजना का लाभ

इस योजना का संचालन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा. किसी भी स्रोत से कलेक्टर को जानकारी प्राप्त होने पर कलेक्टर जिला शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे. छात्र स्वयं या अभिभावक द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को सीधे आवेदन कर सकते हैं. प्राप्त आवेदन के परीक्षण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित होगी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग एवं समाज कल्याण विभाग के एक अधिकारी रहेंगे.

read more- Chhattisgarh Ranked Second by Central Department of Health and Family Welfare for the FY 2021-22