रायपुर. छत्तीसगढ़ के एक मंत्री जी का विशेष सहायक खूब सुर्खियों में है. सुर्खिोयों में इसलिए क्योंकि चर्चा है कि उनका एक पीड़ित कर्मचारी ने स्टिंग कर लिया है. अब ये तो पता नहीं कि इसे मंत्री जी की व्यस्तता कहे या नासमझी जो अपने ही विभाग में हो रही राजनीति से अनभिज्ञ है.

दरअसल एक मंत्री के विशेष सहायक ने बंगले में कार्यरत सभी कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रखा है. लगभग 3 माह पहले नियुक्त हुए इस अधिकारी ने विभागीय अधिकारियों के नाक में दम कर रखा है.

सूत्र बताते है कि कैबिनेट मंत्री की साफ-सुथरी छवि को ये नवनियुक्त विशेष सहायक पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. भरे लॉकडाउन में भी विभाग के अधिकारियों को घर बुलाकर लेनदेन करने की चर्चा खूब हो रही है. बताते हैं कि वे ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम मोलभाव कर मोटी रकम वसूल रहे हैं. इतना कुछ होने के बावजूद भी अब तक केबिनेट मंत्री इस मामले से अनभिज्ञ है.

विभाग के एक कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि मंत्री जी के नवनियुक्त विशेष सहायक विभागीय बजट के प्रस्ताव पर भी सांप की तरह फन फैलाए बैठे हुए है. इस बजट प्रस्ताव के अनुमोदन से विशेष सहायक अपनी जेब भरने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. इसी कारण से वे इस प्रस्ताव की फाइल को मंत्री जी के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर रहे हैं और ना ही इस बात की जानकारी मंत्री जी तक पहुंचा रहे हैं.

कर्मचारी ने बताया कि इस बात की शिकायत मुख्यमंत्री से भी करने की पूरी तैयारी की जा चुकी है. कुछ दस्तावेज और रिकॉर्डिंग भी हैं हालांकि कर्मचारी ने हमें रिकॉर्डिंग देने से मना कर दिया है. इस बात को बिलकुल भी नहीं झुठलाया जा सकता कि विशेष सहायक की करतूतों का असर केबिनेट मंत्री के कार्यकाल पर पड़ेगा.

अब इसकी चिंता मंत्री और उनके विभाग के उच्च अधिकारियों को ज्यादा करने की जरूरत है.