पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। जिले में आज एक शहीद पिता का सपना दो साल के इंतजार के बाद पूरा होगा. नक्सली आईईडी ब्लास्ट में शहीद जवान के पिता ने अपने बेटे की याद में एक स्मारक बनाया है. जिसका अनावरण वे राज्य मुख्यमंत्री या किसी मंत्री से कराना चाहते थे. लेकिन समय नहीं मिल पाने के कारण पिछले दो साल से उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाया था. जो आज पूरा होने जा रहा है.

दरअसल, प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा गरियाबंद दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वे करचिया ग्राम पहुंचेंगे. जहां शहीद भोजसिंह टांडील्य के स्मारक का अनावरण करेंगे. जिला पुलिस बल के जवान भोजसिंह 2 मई 2018 को आमामोरा में सर्चिंग के दौरान नक्सलियों के बिछाए आईडी के चपेट में आने से शहीद हो गए थे.

शहीद पिता का सपना होगा पूरा

अपने शहीद बेटे की याद में पिता जागेश्वर टांडील्य ने गृहग्राम में भव्य स्मारक का निर्माण कराया. डेढ़ लाख कीमती आदम कद मूर्ति के अलावा छत्र, बाउंड्रीवाल, गार्डन ,नाली बना के स्मारक को भव्य रूप दिया गया. नवम्बर 2018 में स्मारक बनकर तैयार हो गया है. जिसकी लागत लगभग 10 लाख रुपए आई है, जिसमें केवल 2 लाख रुपए का ही सरकारी सहयोग मिल पाया.

पिता का प्रण था कि प्रदेश के मुखिया या सरकार के किसी भी मंत्री से शहीद बेटे के स्मारक का अनावरण कराएंगे. सरकार से वक्त लेते 2 साल गुजर गया. आखिरकार मंत्री कवासी के हाथों आज स्मारक का अनावरन किया जाएगा.

पलास के पत्तों से बने पंडाल में सभा लेंगे लखमा

मंत्री कवासी लखमा अमलीपदर में आयोजित जिला स्तरीय कुम्हार समाज के आयोजन में भी भाग लेंगे. इस आयोजन की खास बात यह है कि यहां आधुनकिता को दूर रख पारम्परिक झलक दिखाने की कोशिश की गई है. महंगे सामयाना के बजाए पलास के पत्तों से छायादार पंडाल बनाया गया है.

पारंपरिक हल्दी व चावल से होगा स्वागत

जिला अध्यक्ष वरुण चक्रधारी ने कहा कि मंत्री व सभी अतिथियों का स्वागत हल्दी व चावल के टीके से होगा. आयोजन स्थल पर कांस के कलश के बजाए मिट्टी के हांडी के कलस की स्थापना की गई है. बताया जा रहा है कि अमलीपदर की महिला समूह द्वारा स्वनिर्मित हर्बल गुलाल मंत्री को भेंट किया जाएगा.