रायपुर। सीमेंट ट्रासपोर्ट के भाड़े को लेकर ट्रांसपोर्टर 26 फरवरी से हड़ताल पर है. इससे मजदूरों व डीलर्स के आजीविका की समस्या उत्पन्न हो गई है. इस समस्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने हस्तक्षेप किया है. परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने आज शाम 4 बजे एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. मंत्री अकबर की बैठक में सभी सीमेंट कंपनियों के यूनिट प्रमुख, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, सीमेंट डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी शामिल होंगे. इस बैठक में लंबे समय से चल रहे हड़ताल का समाधान निकल सकता है.

गौरतलब है कि डीजल के दामों में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण सीमेंट परिवहन के भाड़ा दर में वृद्धि हो गई है. जिससे ट्रांसपोर्टर और सीमेंट निर्माताओं-एजेंसियों के बीच गतिरोध पैदा हो गया है. ट्रांसपोर्टर ने सीमेंट परिवहन बंद है. इससे सीमेंट की उपलब्धता में परेशानी के साथ-साथ दरों में भी वृद्धि हुई है.

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ट्रांसपोर्टर्स के हड़ताल पर जाने से सीमेंट की सप्लाई बंद होने से रायपुर में 240 रुपए सीमेंट की बोरी 300 रुपए या ज्यादा में बिक रही है. वहीं जिनके पास पुराना स्टॉक है, वे मनमानी मुंहमांगी कीमत मांग रहे हैं. इससे आम लोगों से लेकर कंस्ट्रक्शन का काम ठप पड़ गया है. यहां तक सरकारी और निजी निर्माण कार्य बंद हो गया है.

सीमेंट प्लांट से उठाव ठप

ट्रक वालों की हड़ताल की वजह से अंबुजा सीमेंट, नोवोको लाफार्ज सीमेंट, इमामी सीमेंट, श्री सीमेंट बलौदाबाजार, अल्ट्राटेक सीमेंट रावन, अल्ट्राटेक सीमेंट हिरमी, अल्ट्राटेक सीमेंट तिल्दा-नेवरा, जेके लक्ष्मी सीमेंट अहिवारा दुर्ग, एसीसी सीमेंट जामुल दुर्ग से सीमेंट की सप्लाई नहीं हो पा रही है. ट्रक एसोसिएशन के इंकार के कारण इन प्लांट्स से 26 फरवरी से सीमेंट की लोडिंग-अनलोडिंग बंद है.

मजदूरों की बढ़ गई परेशानी

सीमेंट परिवहन ठप होने की वजह से दिहाड़ी मजदूरों के अलावा सीमेंट परिवहन में लगे लोगों की परेशानी बढ़ गई है. सीमेंट निर्माता और ट्रांसपोर्टर के बीच में कोई राह नहीं निकलने से इन लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं निकला तो इन मजदूरों के सामने बड़ा संकट पैदा हो जाएगा.

उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा नुकसान

हड़ताल से मार्केट में शार्टेज होने की संभावनाएं बढ़ गई है. इसका फायदा बिचौलिएं उठा रहे है. वो बिचौलिएं जिनके पास सीमेंट मौजूद है उन्होंने दाम बढ़ा दिए है और इसका नुकसान उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है.

इस उद्योग से जुड़े लोग बताते है कि 8 मार्च से सीमेंट कंपनी से सीमेंट की बोरियां डिस्पैच नहीं हुई है. कंपनी और ट्रांसपोर्टरों के बीच इस विवाद का हल निकालने मीटिंग भी हुई, लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला.

 

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Posted by Lallu Ram on Wednesday, 17 March 2021