CG NEWS: मनरेगा संघ ने पद समाप्ति के फैसले का किया विरोध, कहा- सरकार के घोषणा पत्र में छटनी नहीं करने का स्पष्ट उल्लेख…

रायपुर. छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 1979 पदों की कटौती का प्रस्ताव आयुक्त मनरेगा द्वारा भेजा गया है. इस प्रस्ताव को बनाने के पीछे की मानसिकता और आने वाले दिनों में इसके पड़ने वाले दुष्प्रभाव भी छत्तीसगढ़ के युवाओं सहित योजना में 10 वर्षों से अधिक कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के लिए परेशान करने वाला है.
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी सूरज सिंह ठाकुर ने बताया कि, 2018 के चुनाव पूर्व कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र बिंदु क्रमांक 11 में सभी संविदा कर्मचारी के नियमितिकरण एवं किसी की भी छटनी नहीं की जाएगी, यह स्पष्ट उल्लेख है. बावजूद 4 साल बीत जाने के बाद भी वादा पूरा नहीं किया गया. मनरेगा हड़ताल के मंच पर आकर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने 3 माह में मांगे पूरी करने का वादा कर हड़ताल तुड़वाया था. 6 माह से हम उनके चक्कर लगा रहे है.
हद तो तब हो गई जब 17 जनवरी को आयुक्त मनरेगा द्वारा 1979 मनरेगा कर्मचारियों के पदों की कटौती का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, जो वर्षों से कार्यरत मनरेगा कर्मचारियों के साथ छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ छलावा है. मनरेगा कर्मचारी हताहत और क्रोधित है. हम मुख्यमंत्री से निवेदन करते हैं कि, इस प्रस्ताव को तत्काल संज्ञान में लेकर निरस्त करेंगे.
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