रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना कहर के बीच सियासी पारा हाई है. बीजेपी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने के लिए समय मांगा था, लेकिन सीएम ने वर्चुअल मीटिंग के लिए सहमति जताई थी. ये मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. प्रदेश में कोरोना मामले और सीएम भूपेश बघेल से मीटिंग मामले में बीजेपी सांसद सुनील सोनी ने निशाना साधा है. सांसद सुनील सोनी ने कहा कि हम इतने अछूत नहीं हैं कि हमसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल न मिले. हम मिलकर उन्हें सुझाव देना चाहते थे.
सांसद सुनील सोनी का मुख्यमंत्री पर हमला
इस दौरान सांसद सुनील सोनी ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना पर सिर्फ़ राजनीति कर रही है. रायपुर में हर दिन वायुसेना वैक्सीन, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर जैसी चीजों को लेकर आ रही है. हम राजनीति नहीं करते. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा था. हम चाहते थे कि केंद्र और राज्य के बीच सेतु बने. कुछ जरूरी सुझाव दे सके, लेकिन दस अधिकारियों के बीच बैठक करने वाले मुख्यमंत्री ने बैठक के लिए समय नहीं दिया. जबकि वर्चुअल बैठक के लिए अधिकारियों के फोन आने लगे.
सांसद सोनी ने वैक्सीन की ग्लोबल टेंडर पर कहा कि कांग्रेस के लोग भ्रम पैदा कर रहे हैं. विदेश नीति समझनी चाहिए. विश्वस्तर पर कई निर्णय होते हैं. सांसद सुनील सोनी ने यूपी, हरियाणा जैसे राज्यों में शराब बेचने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस सरकार को ध्यान होना चाहिए कि गंगा जल हाथ में लेकर शराबबंदी की सौगंध खाई थी. अन्य राज्यों से तुलना कर सरकार बच नहीं सकती है.
सांसद ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर जारी सियासत पर कहा देश संकट के दौर में खड़ा है. इस वक़्त राजनीति की नहीं इलाज की जरूरत है. ऐसे वर्ष में सोनिया गांधी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर सवाल उठाती हैं. उन्हें इस बात पर गर्व करना चाहिए कि अंग्रेजों के बनाए भवन से हटकर अब स्वदेसी भवन में जाने की तैयारी की जा रही है.
उ्होंने कहा कि सोनिया जी को पूछना ही है तो भूपेश बघेल से पूछना चाहिए. आखिर क्यों नया रायपुर में नया विधानसभा भवन बनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री और मंत्रियों के आवास बनाए जा रहे हैं, लेकिन कोरोना के बीच सिर्फ ये लोग राजनीति कर रहे हैं.
वैक्सीन पर उन्होंने कहा कोवैक्सीन को लेकर राजनीति की और बाद में खुद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने कोवैक्सीन लगवाई है. छत्तीसगढ़ सरकार ने वैक्सीन पर खूब राजनीति की और यही सरकार आंकड़ा जारी कर ये कहती है कि देश में वैक्सीनेशन में छत्तीसगढ़ आगे है.
सरकार ने आकंड़ा जारी कर कहा था कि एक दिन में चार लाख वैक्सीन लगाई गई, लेकिन अब क्या हाल है? अब वैक्सीन क्यों नही लगाई जा रही है.
सांसद ने कहा कि राज्य सरकार ने वैक्सीन जातिवाद को ले आई. वैक्सीन को लेकर राज्य में नीला कार्ड, पीला कार्ड, लाल कार्ड की राजनीति ठीक नहीं है. बाबा घासीदास ने कहा था कि मनखे मनखे एक समान, लेकिन कोरोना संकट में भी सरकार वर्गभेद कर रही है. इस संकट के वक़्त कांग्रेस सरकार पूरी तरह से राजनीति में उतर आई है.
सुनील सोनी ने आनलाइन शराब बिक्री पर कहा कि सरकार की नियत होती तो लॉकडाउन में शराबबंदी की ओर कदम उठाया जा सकता था, लेकिन सरकार ऑनलाइन शराब बेच रही है. ऑनलाइन शराब बेचकर सरकार पीठ थपथपा रही है कि दो दिन में करोड़ों रुपये की शराब बेची गई. शराब पर कोरोना सेस लगाकर जो 600 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आए आखिर कोरोना राहत में उस राशि का खर्च कब किया जाएगा.
सरकार के पास 1 हजार करोड़ रुपये पड़े हैं. वैक्सीन खरीदने के लिए अब तक सिर्फ 15 करोड़ रुपये कंपनियों को दिए गए हैं. मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि ये बताए कि कोरोना के खिलाफ जमीन पर क्या किया. युवाओं की आयु बढ़ाने का काम सरकार करे शराब बेचकर आय बढ़ाने का नहीं. सरकार ये न मान ले कि राज्य से कोरोना चला गया सरकार से आग्रह कर रहा हूं कि विशेषज्ञों से सलाह और सुझाव लेकर कोरोना से लड़ाई की नीति तैयार की जाए. फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स का बीमा कराया जाए.
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