रायपुर.  झारखंड में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जहां राज्य में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं, वहीं बिहार में भी नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज किया जाएगा. पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया, बिहार में नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार चलाया जा रहा है. झारखंड में चुनाव के मद्देनजर झारखंड से लगी सीमा पर सुरक्षाबलों को चौकस कर दिया गया है.

दरअसल, पुलिस का मानना है कि झारखंड में चुनाव के मद्देनजर सुरक्षाबलों द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियान के दौरान नक्सलियों के बिहार में प्रवेश की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में बिहार पुलिस ने भी नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज करने की योजना बनाई है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, झारखंड के अधिकांश इलाके नक्सल प्रभावित हैं. ऐसे में वहां चुनाव को लेकर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की जाएगी. जब नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज होगा, तब उनपर दबाव पड़ेगा और वे बिहार की ओर रुख करेंगे.

बिहार और झारखंड का सीमावर्ती क्षेत्र नक्सलियों के लिए सुरक्षित माना जाता है, जिसमें अक्सर नक्सलियों के खिलाफ अभियान भी चलाया जाता है. सूत्रों का कहना है कि ऐसे भी नक्सली बिहार में घटना को अंजाम देकर झारखंड की ओर निकल जाते हैं. सूत्रों के अनुसार, बिहार के औरंगाबाद, जमुई, गया, लखीसराय और झारखंड के पलामू, चतरा, गिरीडीह के इलाके नक्सलियों के पनाहगाह माने जाते हैं, जिसमें नक्सलियों की मौजूदगी रहती है. वैसे, हाल के कुछ वर्षो में इन क्षेत्रों में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. बिहार पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दोनों राज्यों की पुलिस इस चुनाव के पहले भी अर्धसैनिक बलों के साथ तालमेल बिठाकर एक रणनीति के तहत नक्सलियों के खिलाफ अभियान प्रारंभ करेगी.