नारायणपुर में मंगलवार को हुए नक्सली ब्लास्ट (आईइडी लगाकर) में घायल जवानों को रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हमले में घायल 10 जवान यहां भर्ती है. जिसमें से 7 आईसीयू में गंभीर हालत में है और 3 खतरे से बाहर है. इन घायल जवानों के हौंसले को लल्लूराम डॉट कॉम सलाम करता है.

नक्सली ब्लास्ट  में इन घायल जवानों से लल्लूराम डॉट कॉम के रिपोर्टर हेमंत शर्मा ने खास-बातचीत की. जिसमें उन्होंने ये बताया कि वो इस हमले का बदला कैसे लेंगे.

डीआरजी के घायल जवान लक्कू राम दोदी ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि नक्सलियों के होने की सूचना पर हम 22 तारीख को रात में 11 बजे ऑपरेशन के लिए निकले थे. हमारे साथ आईटीबीपी के जवान भी थे. फिर कडेमाटा से साढ़े 12 बजे निकले. साढ़े 4 बजे के आसपास आईइडी ब्लास्ट हुआ. ब्लास्ट होने के बाद बस काफी ऊपर तक फ़ेंकाई.

इसके बाद बस पुलिया के नीचे गिर गई. घटना के बाद 5 जवान ही उसमें से निकल पाए बाकी बस के अंदर ही फंसे रहे.

इसके बाद थोड़ी ही देर में आईटीबीपी के जवान वहां पर पहुंच गए. उन्हें भी कुछ सूचना मिली थी इसलिए ऑपरेशन में वे गए थे.

लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत के दौरान कई बार शहीद जवानों को याद करते हुए घायल जवान लक्कू राम दोदी भावुक हो गए. लेकिन अपनी वीरता का परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि ‘मैं ठीक होकर उसी जगह पर जाकर अपने साथियों का बदला लूंगा. नक्सलियों से मैं लड़ूंगा, 5 साथियों की शहादत का बदला हम 25 नक्सलियों को मारकर लेंगे.’

वहीं एक अन्य घायल जवान ने कहा कि जवान कुल 4 बस में गए थे. सबसे पहली हमारी बस थी उसके पीछे बाकी 3 बसे थी. कनार के जंगलों के पास पहुंचे तो ब्लास्ट हो गया. ठीक होकर अपने शहीद दोस्तों के लिए लड़ेंगे. उक्त जवान का दावा है कि आईइडी ब्लास्ट करने के दौरान वहां संभवतः 5 से 6 नक्सली रहे होंगे.