सुकमा। कोरोना वायरस ने नक्सलियों की कमर तोड़ दी है. संक्रमण से कई बड़े लीडर्स की मौत हो चुकी है. वहीं अब नक्सलियों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. नक्सली कमांडर रमन्ना के बेटे रंजित ने आत्मसर्पण कर दिया है. तेलंगाना डीजीपी के सामने रंजित ने बुधवार दोपहर आत्मसमर्पण किया है.

तेलंगाना डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रंजित के आत्मसर्पण की जानकारी दी है. रंजित नक्सल कैंप में पैदा हुए थे. माओवादी कैंप में जन्म लिए किसी नक्सली ने पहली बार सरेंडर किया है. यह पुलिस की बड़ी सफलता है.

वहीं उनके पिता रमन्ना की दिसंबर 2019 में बीमारी से मौत हुई थी. रमन्ना तेलंगाना के वारंगल का रहने वाला था. वह नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का सचिव था. उस पर तेलंगाना, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने करीब 2.40 करोड़ रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. अकेले छत्तीसगढ़ पुलिस ने उस पर 40 लाख रुपए का इनाम रखा था.

बता दें कि लगातार कोरोना से नक्सली नेताओं की मौत से संगठन में भारी दहशत है. इसी के चलते कई नक्सली संगठन छोड़ने की खबर है.

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नक्सली कमांडर विनोद की कोरोना से मौत

झीरम घाटी नक्सली हमले के मास्टरमाइंड नक्सली कमांडर विनोद की कोरोना से मौत हो गई है. कोत्तागुड़म पुलिस तक विनोद के मौत की पुख़्ता जानकारी पहुंची है. उस पर 25 लाख रुपए से अधिक का इनाम घोषित था. सुकमा-बीजापुर बॉर्डर इलाके के जंगल में मौत होने की खबर है. 2013 में कांग्रेसी नेताओं के फाफ़िले पर नक्सली हमले का मास्टर माइंड था. जिसमें कांग्रेस नेताओं समेत 29 लोगों की मौत हुई थी. तेलंगाना के कोत्तागुड़म एसपी सुनील दत्त और सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने विनोद की मौत की पुष्टि की है.

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