बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में 10वीं-12वीं के छात्र-छात्राएं ऑफलाइन परीक्षा का विरोध कर रहे हैं. उनकी मांग है कि परीक्षाएं ऑनलाइन ही कराई जाए, क्योंकि क्लासेस भी ऑनलाइन ही ली गई है. ऐसे छात्र चाहते हैं कि ‘जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा’ होनी चाहिए.

सरकार के खिलाफ नारेबाजी

ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में शुक्रवार को 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राएं रैली निकाली. हनुमान मंदिर से रैली निकालकर हाई स्कूल के पास नायब तहसीलदार तोस कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान छत्तीसगढ़ सरकार और शिक्षा मंत्री के खिलाफ छात्र-छात्राओं ने जमकर नारेबाजी की.

घंटों सड़क पर बैठे रहे छात्र

छात्रों का कहना है कि जिस तरह से 10वीं और 12वीं की ऑनलाइन क्लास चल रही थी, उसी तरीके से ऑनलाइन परीक्षा भी सुनिश्चित की जाए. इसी मांग को लेकर आज बलरामपुर जिला मुख्यालय में 10वीं-12वीं के छात्र-छात्राएं हाथों में तख्तियां लेकर घंटों सड़क पर बैठे रहे.

क्या बोले अधिकारी ?

छात्रों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शिक्षा मंत्री के नाम नायब तहसीलदार तोस कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा है. नायब तहसीलदार तोस कुमार सिंह ने बताया कि हमारे उच्च अधिकारी के मार्गदर्शन पर आगे फॉरवर्ड किया जाएगा.

क्या है पूरा मामला ?

कोरोना के चलते स्कूल और कॉलेज बंद रहे. शासन के आदेश पर ऑनलाइन क्लासेस चलाया गया था. जिसके बाद कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए छात्र-छात्राओं को फार्म भरवाया गया. आज छात्र-छात्राओं को प्रवेश पत्र जारी कर दिया गया है. प्रत्यक्ष परीक्षा प्रणाली के तहत उनसे परीक्षा लेने को कहा गया है.

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इसी के विरोध में 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं ने आज जिला मुख्यालय में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. जमकर नारेबाजी भी की. उनकी मांग है कि पूरे वर्ष जिस तरह पढ़ाई कराई गई है, ठीक उसी प्रकार ऑनलाइन पद्धति से परीक्षा भी लिया जाए.

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