CG News : सुप्रिया पांडेय, रायपुर. प्रदेश में जारी धान खरीदी को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि किसान टोकन लेने के लिए भटक रहे हैं. रकबा कट गया और पोर्टल चल नहीं रहा. टोकन नहीं मिलने पर किसान ने अपना गला ही काट लिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1 लाख 52 हजार क्विंटल अवैध धान जब्त हुआ है. धान खरीदी दिखाना है इसलिए प्रदेश में धान आ रहा है. सवाल उठाते हुए कहा कि सीमा इनकी, कर्मचारी इनके और व्यवस्था इनकी तो फिर कैसे धान आ रहा है. यह सब सरकार के संरक्षण में हो रहा है.

इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ के IPS पुष्कर शर्मा इंटेलिजेंस ब्यूरो में असिस्टेंट डायरेक्टर नियुक्त, राज्य सरकार ने किया रिलीव

जमीन की नई गाइडलाइन को लेकर सरकार ने मांगा संशोधन, संशोधन और सुझाव को लेकर सुझाव मांगने पर

जमीन की नई गाइडलाइन को लेकर सरकार ने सुझाव मांगे हैं, जिसे लेकर दीपक बैज ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हम तो पहले से ही कह रहे थे कि सरकार को जनता की पॉलिसी कभी समझ में नहीं आई. सरकार ने जन हित में कभी निर्णय नहीं लिया. जमीन की नई गाइडलाइन को लेकर जनता में आक्रोश था, इसलिए कुछ सुधार किया गया है. अभी इसमें और बदलाव की जरूरत है.

भाजपा को कांग्रेस की नकल करने की आदत है : पीसीसी चीफ

भाजयुमो में 35 उम्र से कम लोगों को ही जगह दिए जाने को लेकर पीसीसी चीफ ने तंज कसा है. दीपक बैज ने कहा कि बीजेपी को कांग्रेस की नकल करने की आदत है लेकिन नकल के लिए भी अकल की जरूरत है. नकल करने के लिए बीजेपी को केदार कश्यप से बात करनी चाहिए.

बैज ने मोदी सरकार पर फोड़ा इंडिगो की फ्लाइट्स रद्द होने की ठिकरा

इंडिगो की फ्लाइट्स रद्द होने पर को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार का एक कंपनी को एकाधिकार देने का परिणाम है. सरकार की गलत नीतियों की वजह से लोग मुश्किल में है. केवल 2 एयरलाइन्स को पूरा एकाधिकार दे दिया, जिसकी वजह से ऐसी स्थिति है. पूरे देश की जनता परेशान है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में नेटवर्क (टेलीकॉम सेक्टर) पर भी संकट आएंगे.

बैज ने कहा- बीजेपी बताए 2 सालों में कितने वादे पूरे हुए

प्रदेश की भाजपा सरकार अपने 2 साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश करेगी, जिसे लेकर पीसीसी चीफ बैज ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी पहले ये बताए उन्होंने क्या-क्या किया. बीजेपी ने 2 सालो में कितने वादे पूरे किए? जगह-जगह सरकार का विरोध हो रहा है. आपसी विवाद बढ़ रहें हैं. 2 सालो के अंदर कितने आवास दिए गए? कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं हुआ. सभी परेशान हैं. इनके मंत्री जनता के सामने जा नहीं पा रहें हैं.