प्रतीक चौहान. रायपुर/अंबिकापुर. 7 महीने की गर्भवती और उसके पति ने छत्तीसगढ़ के प्रतापपुर के जंगलों में फांसी लगा ली. इसके बाद पिता ने आरोप लगाया है कि अंबिकापुर आरपीएफ और अनूपपुर सीआईबी के झूठें आरोपों से परेशान हो कर उसके बेटे और बहू ने सुसाइड कर लिया. वहीं इस मामले में पुलिस चंदोरी थाना में एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है.
जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों अंबिकापुर थानाक्षेत्र में करीब 95 मीटर ओएचई तार चोरी हुआ था. इस मामले में आरपीएफ ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. वहीं गिरफ्तार आरोपियों के पास से 75 मीटर चोरी हुए केबल की भी रिकवरी हुई थी. गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने गोरेलाल नाम के एक व्यक्ति से इसे बेचना बताया. इसके बाद आरपीएफ की टीम उक्त आरोपी को खोजने गांव वालों के साथ उसके घर किसी भी वक्त जाने लगी. मृत के पिता ने आरोप लगाया है कि आरपीएफ ने उन्हें धमकी भी दी थी कि यदि वे अपने बेटे को थाने नहीं लाएंगे तो उन्हें आरोपी बनाकर जेल भेज दिया जाएगा. मृतक खरसुरा गांव का रहने वाला बताया जा रहा है.
वहीं बिलासपुर आरपीएफ कमांडेंट ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में ये बताया है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी ने उक्त मृतक का नाम बताया था. उन्होंने दावा किया है कि उसके खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर आरपीएफ की टीम नियमों के मुताबिक लोकल पुलिस और गांव वालों की मदद से उसकी तलाश में 1-2 बार उसके घर गए थे. लेकिन ये सुसाइड उक्त आरोपी ने क्यों किया ये पुलिस के जांच का विषय है. वहीं इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा आरपीएफ एएसआई पीके मिश्रा को सौंपा गया था. वहीं अनूपपुर सीआईबी निरीक्षक बीआर सिंह, एएसआई सीएस मिश्रा, अंबिकापुर निरीक्षक समीर खलको समेत अन्य आरपीएफ टीम आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी.