रायपुर. रेलवे स्टेशन की सामान्य कार पार्किंग से यात्रियों के साथ 420 का मामला सामने आया है. पूर्व कार पार्किंग ठेकेदार का ठेका 28 फरवरी की रात 12 बजे खत्म हुआ. लेकिन उक्त पार्किंग ठेकेदार ने यात्रियों से 3-4 दिन के पैसे भी पूर्व में ही ले लिए.

यात्री जब वापस पहुंचे, तो नए ठेकेदार ने उनसे पुनः पैसे मांगे तो परेशान यात्रियों ने इसकी शिकायत रेल अधिकारियों से करनी शुरू कर दी है. सूत्र बताते है कि मामला आरपीएफ के पास पहुंचा और उन्होंने रायपुर रेलवे स्टेशन डायरेक्टर के संज्ञान में पूरा मामला ला दिया है. वहीं आधा दर्जन से ज्यादा यात्री अब तक ऐसे सामने आ चुके है. वहीं एक यात्री ने इसकी लिखित शिकायत भी रेल अधिकारियों से की है.

कमर्शियल विभाग के सेंसेटिव पोस्ट में लंबे समय से जमे रेल कर्मी

रेल मंडल के कमर्शियल डिपार्टमेंट के सेंसेटिव पोस्ट में लंबे समय से रेल कर्मियों के तबादले नहीं हुए है. यही कारण है कि अब वहां मौजूद कुछ स्टॉफ टेंडर की प्रक्रिया में लंबा खेल कर रहे है. सूत्र बताते है कि दुर्ग पार्सल ऑफिस में बैटरी संचालित गाड़ी का ठेका पूर्व में वहां मौजूद एक रेल कर्मचारी की पत्नी संचालित करती है. चरोदा स्थित उक्त कर्मचारी के घर से ही गाड़ी के ड्राइवरों को भुगतान होता है. इसकी जानकारी दुर्ग पार्सल ऑफिस में मौजूद तमाम स्टॉफ और कमर्शियल अधिकारियों को पता है. सूत्रों की माने पिछले दिनों उक्त टेंडर के एवज में मोटी रकम एक सीनियर कमर्शियल स्टॉफ के घर में हुई शादी में दी गई.

ये होने वाला है नया खेल

सूत्रों की माने तो कमर्शियल विभाग में काम करने वाले दो कर्मचारी और दुर्ग से रायपुर आए उक्त स्टॉफ अब एक नए टेंडर में खेल करने की पूरी तैयारी में है. सूत्र बताते है कि रायपुर पार्सल में लेबर सप्लाई का ठेका अभी एक्सटेंशन में चल रहा है. ये ठेका कैसे किसे देना है इसकी रणनीति बनानी शुरू कर दी गई है.