बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा से स्वास्थ्य अमले की बड़ी लापरवाही सामने आई है. बेमेतरा रेस्ट हाउस में खाना बनाकर नेताओं, अधिकारियों को खाना बनाकर खिलाने वाले राज पीटर की जिला अस्पताल में इलाज के अभाव में मौत हो गई है. परिवार के लोगों ने डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि मरीज को समय पर इलाज मिल जाता तो आज उनकी जान नहीं जाती. लापरवाही तले मरीज की मौत हुई है. परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.
मिली जानकारी के मुताबिक आज जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन होना था, उसी समय पूरा अस्पताल का अमला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के स्वागत में मशगूल था. उसी समय राज पीटर के परिजन एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचे. जहां उपस्थित डॉक्टर्स ने मरीज को भर्ती तो कर लिया, लेकिन इलाज नहीं कर पाए.
परिवार वालों का कहना है कि स्थिति से जब अवगत हो गए थे, तो डॉक्टर पेशेंट को रेफर कर देते. हम प्राइवेट जगह इलाज करा सकते थे. हमारे बच्चे की जान बच सकती थी. वह हम से लगातार यही कहते रहे सब ठीक है. पूरा मामला जिला मुख्यालय का है. जहां स्थानीय विश्राम की में पीटर परिवार लंबे समय से खाना पकाने का काम कर रहे हैं.
राज पीटर जिनकी उम्र 35 वर्ष विगत चार-पांच वर्षों से अपने पिता के साथ विश्राम गृह में उनका काम में साथ दे रहे थे. परिवार वालों का कहना है कि समय रहते डॉक्टर पेशेंट को हमें वापस दे देते, तो हम निजी अस्पताल में इलाज कराने समय पर पहुंच जाते, लेकिन काफी देर हो चुका था.
राज पीटर के परिजनों ने कहा कि जब हम मरीज को निजी अस्पताल लेकर गए, तो डॉक्टर्स मृत घोषित कर दिया. फिर वापस हम जिला अस्पताल ले आए. वहीं इस पूरे मामले में जब LALLURAM.COM की टीम ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ वंदना भेले से बात करना चाहा तो साफ इनकार कर दिया. अब ऐसे में जिला अस्पताल की लापरवाही साफ देखी जा रही है. अगर डॉक्टर्स समय पर इलाज कर देते तो जान बच सकती थी.
- छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक