टुकेश्वर लोधी, आरंग। प्रदेश में आदर्श गौठान के रूप में पहचाने जाने वाले ग्राम पंचायत बैहार में सड़क निर्माण कार्य में भारी अनियमितता का आरोप लगा है. यहां मुख्यमंत्री ग्राम गौरवपथ योजना के तहत 32.48 लाख रुपए की लागत से 464 मीटर सड़क का निर्माण पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत रायपुर के मेसर्स ओम एसोसिएट रायपुर ने किया है. लेकिन सड़क बने महज 4 माह ही हुए है और सड़क के बीच में दरारें पड़ गई है. सड़क के अलावा नाली निर्माण में भी भारी लापरवाही हुई है. नाली में उतार चढ़ाव है, जिसके कारण पानी की निकासी नहीं हो रही है.

ग्रामीणों के अनुसार, पहले तो निर्माण कार्य काफी देर से शुरू हुई. उसके बाद भी निर्माण कार्य में भारी अनियमितता और गुणवत्ताविहीन कार्य किया गया है. मुख्यमंत्री ग्राम गौरवपथ योजना के तहत बने सड़क में भारी अनियमितता और लापरवाही की गई है. घटिया निर्माण कार्य के कारण सड़क बनने के 4 माह बाद ही इनमें दरारें पड़ गई है. एक ग्रामीण ने इस निर्माण कार्य मे धांधली का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत रायपुर और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी है, लेकिन संबंधित विभाग से अब तक कोई जवाब नहीं आया है.

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ग्रामीण रेखराम कुर्रे के बताया कि बारिश के पहले ही सड़क जर्जर हो चुका है. ऐसे भी बारिश में सड़क का अस्तित्व ही नहीं रहेगा. सड़कों में दरारें पड़ गई है, जिससे मोटर साइकिल सवार भी घायल हुए है.

वहीं ग्राम पंचायत बैहार के उपसरपंच नंदकुमार यादव ने संबंधित ठेकेदार और इंजीनियर पर आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य के दौरान ग्राम पंचायत को किसी भी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई और न ही कार्य पूर्ण होने की जानकारी दी गई. इस पर सरपंच गीता साहू को भी निर्माण कार्य की कोई जानकारी नहीं है.

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उन्होंने नगरीय प्रशासन मंत्री और क्षेत्रीय विधायक डॉ. शिवकुमार डहरिया से निर्माण कार्य की शिकायत करने की बात कही है. गौर करने वाली बात है कि 32.48 लाख रुपए की लागत से हुए निर्माण कार्य की जानकारी पंचायत के किसी भी जनप्रतिनिधियों को न होना यह कैसे संभव है.

मामले पर आरंग एसडीएम विनायक शर्मा ने संज्ञान लेते हुए विभाग के इंजीनियर आर.बी.सोनी को निर्माण कार्य के गुणवत्ता की जांच कराने और जर्जर सड़क को सुधारने के निर्देश दिए है. साथ ही संबंधित ठेकेदार का फाइनल पेमेंट को रोक दिया गया है.